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उमर अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती के आरोपों का किया खंडन, कहा- 'दरवाजे हमने नहीं, PDP ने खुद बंद किए'

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती के उस आरोप को खारिज किया कि नेशनल कांफ्रेंस ने PDP के साथ गठबंधन के दरवाजे बंद किए. उन्होंने कहा कि PDP ने खुद ऐसा किया, जबकि NC और कांग्रेस विधानसभा चुनावों में अपने सीट बंटवारे के साथ आगे बढ़ रहे हैं.

90 सदस्यीय विधानसभा में NC 51 सीटों पर और कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ा रही है. 90 सदस्यीय विधानसभा में NC 51 सीटों पर और कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ा रही है.
aajtak.in
  • श्रीनगर ,
  • 12 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 8:58 PM IST

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती के उस आरोप को खारिज किया जिसमें कहा गया था कि नेशनल कांफ्रेंस (NC) ने संभावित गठबंधन के लिए PDP के साथ बातचीत के दरवाजे बंद कर दिए थे. 'पंचायत आज तक' कार्यक्रम के दौरान एक विशेष बातचीत में उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'हमने PDP के लिए दरवाजे बंद नहीं किए, बल्कि उन्होंने खुद ही ऐसा किया.' 

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यह बयान उस समय आया जब उनसे पूछा गया कि क्या PDP को कांग्रेस और NC के गठबंधन में शामिल करने से गठबंधन मजबूत हो सकता था. उन्होंने आगे कहा, 'लोकसभा चुनावों के बाद अगर किसी एक पार्टी ने सबसे ज्यादा NC को निशाना बनाया है, तो वो PDP ही है.'

गौरतलब है कि इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में 'किंगमेकर' की भूमिका निभाएगी. महबूबा ने कहा, 'हमारी पार्टी चुनाव लड़ रही है और हम किंगमेकर बनेंगे. हमारी पार्टी में बहुत काबिल और सीनियर नेतृत्व मौजूद है.'

नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर चर्चा करते हुए उमर अब्दुल्ला ने बताया कि NC 90 सदस्यीय विधानसभा में 51 सीटों पर और कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख तारिक हामिद कर्रा ने पहले कहा था कि दोनों पार्टियां पांच सीटों पर एक फ्रेंडली लेकिन अनुशासित मुकाबला करेंगी, जबकि एक सीट CPI(M) और एक सीट पैंथर्स पार्टी के लिए छोड़ी गई है.

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उमर अब्दुल्ला ने इससे पहले कहा था कि जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई, तो वे इस मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट में उठाएंगे. उन्होंने कहा था, 'संसद के पटल पर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की प्रतिबद्धता है कि जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा वापस दिया जाएगा. यह सरकार और सुप्रीम कोर्ट की जिम्मेदारी है. यह विधानसभा वो नहीं है जिसे हम चाहते हैं, लेकिन यह वही विधानसभा है जिससे आगे की प्रक्रिया शुरू होगी.'

जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. यह चुनाव तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे, जबकि परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.

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