Advertisement

क्या अगला CM फिर नई दिल्ली सीट से होगा या स्प्लिट वोटर बदलेगा पैटर्न? चुनाव नतीजों से मिलेगा इन 6 सवालों का जवाब

इस बार दिल्ली के चुनाव में जबरदस्त जोर लगाया है. पीएम मोदी से लेकर केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी के मुख्यमंत्रियों ने लगातार रैलियां और प्रचार किया. तो वहीं केजरीवाल समेत आप ने नेताओं ने भी रोड शो से लेकर किए. वहीं कांग्रेस भी इस बार बड़े खेल की उम्मीद के साथ मैदान पर उतरी है जिसने खुद को आप से अलग रखा है.

प्रवेश वर्मा, अरविंद केजरीवाल, संदीप दीक्षित प्रवेश वर्मा, अरविंद केजरीवाल, संदीप दीक्षित
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 11:46 AM IST

दिल्ली में कल यानि बुधवार को 70 सीटों पर मतदान होगा. इस बार चुनाव में जबरदस्त टक्कर देखने को मिल रही है. आर-पार की इस लड़ाई बुधवार को करीब 1 करोड़ 56 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर 699 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे.

दिल्ली के चुनाव के नतीजे क्या तय करेंगे, उसकी बड़ी बातों पर एक नजर डाल लेते हैं. 

Advertisement

1- क्या चौथी बार केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बनकर शीला दीक्षित का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे? शीला दीक्षित और अरविंद केजरीवाल तीन तीन बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बन चुके हैं. ऐसे में अब केजरीवाल के सामने चौथी बार सीएम बनने की चुनौती है.

2-क्या दिल्ली में बीजेपी का 27 साल का वनवास खत्म होगा. दिल्ली में बीजेपी की ओर आखिरी मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज थी जो कि 1998 में दिल्ली की सीएम बनीं थी. जिसके बाद से दिल्ली में कभी बीजेपी की सरकार नहीं बनीं. 

3- क्या दिल्ली में कांग्रेस अपना खोया अस्तित्व वापस पा पाएगी क्योंकि 2014 से कांग्रेस दिल्ली में ना ही लोकसभा और ना ही विधानसभा में अपना खाता खोल पाई है.पिछले दो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की एक भी सीट नहीं आई हैं.ऐसे में दिल्ली के नतीजें कांग्रेस के लिए भी बेहद अहम होने वाले हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें: दिल्ली CM के तौर पर अरविंद केजरीवाल जनता की पहली पसंद हैं, लेकिन क्या इतना काफी है?

4- क्या दिल्ली में स्पिलिट वोटर का पैटर्न खत्म होगा. क्योंकि दिल्ली में बीजेपी भले ही विधानसभा में अच्छा प्रदर्शन ना कर रही हो लेकिन लोकसभा में वो लगातार क्लीन स्वीप कर रही हैं. ऐसे में सवाल ये कि यहां का वोटर केंद्र में मोदी और दिल्ली में केजरीवाल के नाम पर पिछले तीन चुनाव से वोट कर रहा है.अब क्या ये पैटर्न बदलेगा. 

5- फ्री की योजनाओं का भविष्य तय होगा? क्योंकि दिल्ली के चुनाव में सबसे ज्यादा जोर फ्री को लेकर हैं. जिस पर लगातार सियासत होती रही है. हर पार्टी ने मुफ्त की तमाम योजनाओं का एलान किया है. ऐसे में क्या मुफ्त की ये योजनाएं अब चुनाव में सबसे बड़ा रोल अदा करेंगीये भी दिल्ली की जनता तय करेगी. 

6- क्या अगला मुख्यमंत्री फिर नई दिल्ली सीट से होगा? ये सीट दिल्ली को पिछले 6 बार से सीएम दे रही है. तीन बार शीला दीक्षित इस सीट से मुख्यमंत्री बनीं हैं तो वहीं तीन बार अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बनें हैं.हालांकि बीजेपी ने अपने सीएम चेहरे को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं.

यह भी पढ़ें: Delhi Chunav 2025: 'दिल्ली में AAP को मिल रहीं 55 सीटें, लेकिन...', अंतिम चुनावी रैली में अरविंद केजरीवाल का बड़ा दावा

Advertisement

हर दल कर रहा है जीत के दावे

इस बार दिल्ली के चुनाव में जबरदस्त जोर लगाया है. पीएम मोदी से लेकर केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी के मुख्यमंत्रियों ने लगातार रैलियां और प्रचार किया. तो वहीं केजरीवाल समेत आप ने नेताओं ने भी रोड शो से लेकर किए. वहीं कांग्रेस भी इस बार बड़े खेल की उम्मीद के साथ मैदान पर उतरी है जिसने खुद को आप से अलग रखा है.दिल्ली के चुनाव में हर पार्टी अपनी जीत के दावे कर रही है .

दिल्ली में इस बार मुद्दों को लेकर भी जबदरस्त लड़ाई हुई. वोटर लिस्ट से लेकर कानून व्यवस्था पर जंग हुई. यमुना से लेकर फ्री के मुद्दों पर घमासान हुआ.कभी भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा तो कभी रोहिंग्या और पूर्वाचल का. दिल्ली के चुनाव में इन मुद्दों का शोर भी सुनाई दिया.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement