
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले ममता के गढ़ में पहुंचे अमित शाह ने सीएए लागू करने के सवाल पर जवाब दिया है. चुनाव से पहले बीजेपी के कई नेताओं ने राज्य में नागरिकता संशोधन कानून लागू करने के विषय में बयान दिए हैं. अब अमित शाह ने खुद यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में सीएए कब लागू होगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने सवाल किया कि बंगाल में सीएए कब लागू होगा? इस सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि सीएए के नियम बनने बाकी हैं. कोरोना वायरस संकट के चलते कई काम रुक गए हैं. वैक्सीन आने के बाद सीएए लागू करने को लेकर विचार किया जाएगा. इस संबंध में आगे की सूचना दी जाएगी.
बंगाल दौरे पर पहुंचे अमित शाह ने ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने बीरभूम और बोलपुर में रोड शो भी किया. इस दौरान लोगों को हूजूम देख उन्होंने कहा कि मैं पहली बार बंगाल में ऐसी भीड़ देख रहा हूं. बंगाल की जनता परिवर्तन चाहती है. उन्होंने बंगाल में टीएमसी सरकार पर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा कि ममता सरकार को 10 करोड़ जनता की चिंता नहीं है. उन्हें बस अपने भतीजे की चिंता है.
उन्होंने कहा कि 'मां, माटी, मानुष का नारा लेकर चलने वाले टोलबाजी, तुष्टिकरण, तानाशाही में अटक कर रह गए हैं. एक पारिवारिक पार्टी बनकर टीएमसी बनकर रह गई है.'' उन्होंने कहा कि टोलबाली, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, हिंसा, बम धमाकों, कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में बंगाल नंबर एक है.
पश्चिम बंगाल दौरे पर आए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले को लेकर उन्होंने टीएमसी और ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष पर हमला लोकतंत्र पर हमला है. लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए. टीएमसी के ऐसे हमलों से बीजेपी रुकने और डरने वाली नहीं है. बीजेपी के कार्यकर्ता टीएमसी के इस हमले का जवाब लोकतांत्रिक तरीकों से देंगे.