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बंगाल चुनाव: मुस्लिम वोटरों में 'सेंध' के लिए ओवैसी का नया प्लान!

बिहार के अपने पांचों विधायकों को ओवैसी ने बंगाल में ममता की घेराबंदी के लिए उतारने का फैसला किया है.

ओवैसी बंगाल चुनावों के लिए कर रहे हैं रणनीति (फाइल फोटो) ओवैसी बंगाल चुनावों के लिए कर रहे हैं रणनीति (फाइल फोटो)
रोहित कुमार सिंह
  • कोलकाता,
  • 01 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 3:56 PM IST
  • बंगाल के मुस्लिम वोटरों पर है ओवैसी की नजर
  • बिहार सीमा से सटे क्षेत्रों में है मुस्लिम वोट बैंक
  • ममता बनर्जी AIMIM को भाजपा की बी टीम कहती हैं

आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराने के लिए असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने बड़ी रणनीति तैयार की है. बंगाल में असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री के बाद से ही ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस उन्हें बीजेपी की बी टीम के रूप पर प्रचारित कर रही है. ऐसे में ओवैसी ने ममता बनर्जी को घेरने के लिए एक और मॉडल का सहारा लिया है.

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दरअसल, 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और 19 में से 5 सीटों पर जीत हासिल की. अब बिहार के अपने पांचों विधायकों को ओवैसी ने बंगाल में ममता की घेराबंदी के लिए उतारने का फैसला किया है. ओवैसी ने बिहार के अपने पांचों विधायकों को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए आब्जर्वर के तौर पर नियुक्त किया है. इसके साथ ही ओवैसी ने तेलंगाना के भी अपने दो विधायकों को बंगाल चुनाव में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है.

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बिहार के 5 विधायकों की बात करें तो ओवैसी ने अपनी पार्टी से प्रदेश अध्यक्ष और अमौर विधायक अख्तरुल इमान और पार्टी के युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आदिल हसन को मुर्शिदाबाद, बीरभूम और नदिया जिले के आब्जर्वर के तौर पर नियुक्ति की है. जोकीहाट विधायक मोहम्मद शाहनवाज और कोचाधामन विधायक मोहम्मद इजहार अस्फी को ओवैसी ने उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, कूचबिहार और अलीपुरद्वार जिले में ऑब्जर्वर के तौर पर नियुक्त किया है. वहीं बायसी विधायक सैयद रुकनुद्दीन अहमद और बहादुरगंज विधायक अंजार नईमी को मालदा जिले में ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है.

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गौरतलब है, जिन जिलों में ओवैसी ने बिहार के विधायकों को ऑब्ज़र्वर के तौर पर नियुक्त किया है उनमें से ज्यादातर जिले बिहार के सीमांचल से सटे हुए हैं जहां पर मुस्लिम आबादी काफी ज्यादा है. ऐसे में ओवैसी की पार्टी का मुख्य उद्देश्य ममता बनर्जी के मुस्लिम वोट को काटकर नुकसान पहुंचाना है, जैसा कि उसने बिहार में किया था जिसकी वजह से आरजेडी को सीमांचल में भारी नुकसान उठाना पड़ा था.

बंगाल के जिन जिलों में बिहार के विधायकों को ऑब्जर्वर बनाया गया है वहां पर 2011 जनगणना के हिसाब से मुस्लिम आबादी कुछ इस प्रकार है- मुर्शिदाबाद में 66.27% , बीरभूम में 37%, नदिया में 27%, उत्तर दिनाजपुर में 50%, दक्षिण दिनाजपुर में 25%, कूचबिहार में 25.54%, अलीपुरद्वार में 9%, और मालदा में 51.3%.

दूसरी तरफ ओवैसी ने तेलंगाना के दो विधायक - जफर हुसैन मिराज और रियाजुल हसन इफन्दी को कोलकाता, हावड़ा, हुगली, मिदनापुर, पूर्वी वर्तमान, पश्चिमी वर्धमान, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना के लिए ऑब्जर्वर नियुक्त किया है.

 

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