
पश्चिम बंगाल में जारी विधानसभा चुनाव में शनिवार को चौथे चरण का मतदान होना है, लेकिन हिंसा का दौर नहीं थम रहा. वोटिंग से दो दिन पहले यानी चौथे चरण के मतदान से पहले प्रचार के अंतिम दिन हावड़ा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) तो उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के उम्मीदवार पर जानलेवा हमले की घटना सामने आई है. दोनों ही दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों पर हुए हमले के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगाया है.
दक्षिण हावड़ा विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार रंतिदेव सेनगुप्ता चुनाव प्रचार थमने के बाद अपनी ही पार्टी के एक नेता से मुलाकात कर वापस लौट रहे थे. आरोप है कि 10.30 बजे के करीब बीजेपी नेता के घर से लौटते समय रंतिदेव की गाड़ी पर अज्ञात लोगों ने नारेबाजी करते हुए हमला बोल दिया. बीजेपी उम्मीदवार इस हमले में बच गए, उनकी गाड़ी को नुकसान पहुंचा है. बीजेपी उम्मीदवार रंतिदेव सेनगुप्ता ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उकसाने पर इस तरह के कार्य किए जा रहे हैं.
दूसरी तरफ, उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले की माथाभंगा विधानसभा सीट से टीएमसी के उम्मीदवार गिरींद्रनाथ बर्मन पर भी हमले का आरोप सत्ताधारी दल की ओर से लगाया गया है. आरोप है कि बर्मन पर माथाभंगा के घोषाडांगा ग्राम पंचायत में बीजेपी के लोगों ने बर्बरतापूर्वक हमला कर दिया. टीएमसी उम्मीदवार बर्मन कूचबिहार में विश्वविद्यालय की मांग को लेकर आंदोलन करने वालों में शामिल रहे हैं.
राजवंशी समुदाय में भी बर्मन की अच्छी पकड़ मानी जाती है. टीएमसी ने बयान जारी कर पार्टी के उम्मीदवार पर हमले को शर्मनाक बताया है. टीएमसी ने कहा कि बीजेपी को यह पता है कि वो बंगाल में हार रहे हैं. इस तरह की घटना बीजेपी की निराशा को दर्शाती है. गौरतलब है कि कूचबिहार जिले की सभी नौ सीटों पर 10 अप्रैल यानी शनिवार को मतदान होना है.
भाषण की शिकायत पर शुभेंदु अधिकारी को नोटिस
चुनाव आयोग ने नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी के उम्मीदवार रहे शुभेंदु अधिकारी को नोटिस जारी किया है. आयोग ने नफरत फैलाने वाले भाषण देने की शिकायत पर शुभेंदु को नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे में जवाब मांगा है. सीपीआई एम नेता कविता कृष्णन ने चुनाव आयोग से शुभेंदु अधिकारी की शिकायत की थी.
चुनाव आयोग में सेक्रेटरी राकेश कुमार की ओर से जारी नोटिस में लिखा गया है कि शुभेंदु अधिकारी ने अपने भाषण में बेगम, पाकिस्तान, दाऊद जैसे शब्द इस्तेमाल किए हैं जो एक समुदाय विशेष के लिए हैं. जनप्रतिनिधित्व कानून और आदर्श चुनाव आचार संहिता के मुताबिक चुनावी सभाओं में आलोचना सिर्फ विपक्षी की नीति या चुनाव घोषणाओं की होनी चाहिए व्यक्तिगत और निजी जीवन पर नहीं. धार्मिक संदर्भ लेकर या किसी धर्म के उपासना स्थल में जाकर वहां से मतदाताओं को समर्थन, वोट डालने या चुनावी, राजनीतिक अपील नहीं की जा सकती. ये सब आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है.