
पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक जंग शुरू हो गई है. बीते दिन केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया और राजनीतिक दलों से मुलाकात की. चुनाव की तैयारियों के बीच भारतीय जनता पार्टी ने मांग की है कि बंगाल में मतदान के 15 दिन पहले ही केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए.
भारतीय जनता पार्टी की बंगाल यूनिट ने इस बारे में केंद्रीय चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है. बीजेपी की मांग है कि बंगाल में मतदान से पंद्रह दिन पहले केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी जाए. साथ ही जो पोलिंग बूथ संवेदनशील हैं, वहां का लाइव वेबकास्ट किया जाए.
देखें: आजतक LIVE TV
आपको बता दें कि बंगाल के पिछले कई चुनावों में पोलिंग बूथ को लूटने, लड़ाई होने और हिंसा होने की घटनाएं हो चुकी हैं. यही कारण है कि इस मसले पर बीजेपी की ओर से अभी से ही जोर दिया जा रहा है. बीजेपी इससे पहले भी बंगाल में वक्त से पहले ही आचार संहिता लागू करने की मांग कर चुकी है.
बीते दिन पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग ने दौरा किया, राजनीतिक दलों के साथ बैठक की. इसी बैठक में तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी बॉर्डर इलाकों में बीएसएफ की मदद से गांव वालों पर वोटिंग का दबाव बना रही है और अपने पक्ष में माहौल खड़ा कर रही है.
साथ ही बीजेपी की ओर से बैठक में रोहिंग्या, बांग्लादेशी वोटरों का मुद्दा उठाया गया और कहा गया कि इससे टीएमसी फर्जी वोट अपने पक्ष में बढ़वाना चाहती है. बता दें कि पश्चिम बंगाल में इसी साल मई से पहले विधानसभा चुनाव होने हैं. उससे पहले ही टीएमसी और बीजेपी में जुबानी जंग लगातार जारी है.