मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को 291 सीटों पर अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) की उम्मीदवार सूची की घोषणा कर दी. ममता के बाद वाम मोर्चा ने भी इसी दिन राज्य विधानसभा चुनावों के शुरुआती दो चरणों में कांग्रेस और इंडियन सेकुलर फ्रंट (ISF) के नेताओं की उपस्थिति में 60 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया. हालांकि कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है. ISF ने भी कोई ऐलान नहीं किया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने ममता बनर्जी ने सिर्फ नंदीग्राम से चुनाव लड़ने के ऐलान पर बीजेपी की ओर से की जा रहे हमले पर कहा कि पहले उन्होंने ममता को नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की चुनौती दी. तब उन्होंने कहा कि अगर वह 2 सीटों से चुनाव लड़ती हैं तो यह उनके आत्मविश्वास की कमी होगी. अब उन्होंने सिर्फ नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया है. तो अब वे कह रहे हैं कि वह भवानीपुर से भाग गई हैं. आप उन सभी से नहीं जीत सकते.
ममता बनर्जी की ओर से उम्मीदवारों के नामों के ऐलान के तुरंत बाद ही टीएमसी कोर कमेटी मेंबर और प्रवक्ता दिनेश बजाज ने पार्टी छोड़ने का निर्णय ले लिया. दिनेश बजाज ने कहा कि ममता बनर्जी हिंदी भाषियों का अपमान कर रही हैं. बाहरी बोल रही हैं इसलिए अब मैं भी इस पार्टी में नहीं रह सकता. इस बीच दिनेश बजाज ने मुकुल राय से मुलाकात भी की है.
दक्षिण 24 परगना के भांगर इलाके में समर्थकों ने टीएमसी नेता अराबुल इस्लाम को टिकट नहीं दिए जाने का गुस्सा पार्टी ऑफिस के बाहर पड़ी कुर्सियों पर निकाला. गुस्साए समर्थकों ने पार्टी ऑफिस के बाहर पड़ी कुर्सियों में आग लगा दी. साथ ही यहां पर कुछ काट के टुकड़े भी पड़े थे उनमें भी आग लगा दी गई.
बंगाल से लोकसभा सांसद सुकांत मजूमदार ने टीएमसी की ओर से उम्मीदवारों के नामों के ऐलान किए जाने के बाद टीएमसी नेता और उम्मीदवार नरेंद्र चक्रवर्ती के बारे में ट्वीट किया कि नरेंद्र चक्रवर्ती को कोलकाता एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ द्वारा बंदूक ले जाते हुए पकड़ा गया था. ममता ने आज उन्हें विधायक के उम्मीदवार के रूप में चुना है. जनता इस बार ऐसे उम्मीदवार को खारिज कर देगी.
ममता बनर्जी के भवानीपुर सीट छोड़ने को लेकर विपक्षी नेताओं की ओर से हमले शुरू कर दिए गए हैं. ममता की भवानीपुर सीट छोड़ने की सबसे प्रमुख वजह वह आंकड़े हैं जो टीएमसी के लिए कतई अच्छे नहीं हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में दक्षिण कोलकाता लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली भवानीपुर सीट से टीएमसी को सिर्फ 3.5 हजार वोटों की बढ़त मिली थी. जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में भवानीपुर सीट के परिप्रेक्ष्य में बीजेपी 176 वोटों से आगे थी. 2011 के मुकाबले 2016 में ममता बनर्जी की जीत का प्रतिशत भी कम हो गया था.
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो ने ममता बनर्जी के नंदीग्राम से चुनाव लड़ने के ऐलान पर कहा कि भवानीपुर से ममता का चुनाव नहीं लड़ना बताता है कि वो डर गई हैं. 2 मई को ममता गईं. ममता बनर्जी ने बंगाल के लोगों से लड़ाई की और उनकी जिंदगी से खिलवाड़ किया है. ममता के गुंडे लोगों को बूथ तक नहीं जाने देते हैं. ममता सरकार की एक्सपायरी डेट ओवर हो गई है. नंदीग्राम से शुवेंदु लड़ें या कोई और ममता 50,000 वोट से हारेंगी.
ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस ने आज अपने सभी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. जारी की गई सूची के अनुसार पार्टी ने हर वर्ग को साधने की कोशिश की है. टिकट पाने वालों में 18 फीसदी महिला उम्मीदवार शामिल हैं.
किस वर्ग से किसको कितना मिला टिकट
48% सामान्य उम्मीदवार (141).
7% ओबीसी उम्मीदवार (19).
27% SC उम्मीदवार (79). साथ ही 11 एससी उम्मीदवार गैर-एससी आरक्षित सीटों से चुनाव लड़ेंगे.
6% एसटी उम्मीदवार (17).
12% मुस्लिम उम्मीदवार (42).
82% पुरुष उम्मीदवार (240)
18% महिला उम्मीदवार (51)
पार्टी में जो लोग 80 से ऊपर के नेता हैं उन्हें कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए टिकट नहीं दिया गया है और वे चुनाव नहीं लड़ेंगे. 27 विधायकों को भी टिकट नहीं दिया गया है.
ममता बनर्जी ने शुक्रवार को लिस्ट जारी करते हुए कहा कि बंगाल में टीएमसी की ही जीत होगी. इस चुनाव में खेला होबे, देखा होबे, जीता होबे (खेलेंगे, लड़ेंगे और हम जीतेंगे) के साथ हम आगे बढ़ेंगे. ममता ने इस दौरान आरोप लगाया कि बीजेपी पैसों का इस्तेमाल कर रही है, डिप्टी सीएम की गाड़ी में पैसा लाया जा रहा है.
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ममता बनर्जी जहां से पहले चुनाव लड़ती थीं, वहां भवानीपुर से अब सोवानदेब चटर्जी को मौका दिया गया है. ममता ने ऐलान किया कि 80 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को टिकट नहीं मिल रहा है.
बांकुरा से फिल्मस्टार सायानतिका, उत्तरपाड़ा से कंचन मलिक, शिबपुर से क्रिकेटर मनोज तिवारी को टिकट दिया गया है. सिंगर अदिति मुंशी को राजरहाट, चंद्रिमा भट्टाचार्य को नॉर्थ दमदम से टिकट दिया गया है.
वरिष्ठ टीएमसी नेता मदन मित्रा को कमरहाटी, मंत्री शशि पांजा को श्यामपुकुर से टिकट दिया गया है. ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि करीब 27-28 विधायक हैं, जिन्हें इस बार टिकट नहीं मिला है.
पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए टीएमसी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. TMC ने 291 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. ममता बनर्जी इस बार नंदीग्राम से ही चुनाव लड़ेंगी.
ममता बनर्जी ने ऐलान किया कि हम 291 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, बल्कि दार्जिलिंग की तीन सीटों पर अन्य पार्टियों को मौका दिया जाएगा.
टीएमसी की ओर से 50 महिला उम्मीदवार, 42 मुस्लिम उम्मीदवार, 79 SC उम्मीदवार और 17 ST उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है.
तृणमूल कांग्रेस की ओर से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जा रही है. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही हैं और जल्द ही लिस्ट जारी कर दी जाएगी.
बंगाल चुनाव के दूसरे चरण के लिए नोटिफिकेशन जारी हो गया है और अब नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं. दूसरे चरण के लिए 1 अप्रैल को वोट डाले जाने हैं, जिसमें 30 विधानसभाओं में चुनाव होना है.
तृणमूल कांग्रेस की ओर से कुछ देर में बंगाल चुनावों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जा सकती है. दोपहर 2 बजे तृणमूल कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस है, जिसमें ऐलान किया जा सकता है.
बीजेपी के अलावा लेफ्ट पार्टियां भी अपनी पहली लिस्ट आज साझा कर सकती हैं. लेफ्ट इस बार कांग्रेस-ISF के साथ चुनावी मैदान में है.
टीएमसी के अलावा आज भाजपा और लेफ्ट पार्टियों की भी लिस्ट आ सकती है. बीते दिन दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग हुई, जिसमें असम-बंगाल के उम्मीदवारों पर मंथन हुआ. अब उम्मीद है कि आज लिस्ट आ सकती है.
बीजेपी की लिस्ट में भी नंदीग्राम पर निगाहें रहेंगी, क्योंकि शुभेंदु अधिकारी ने ममता को हराने की चुनौती दी है. ऐसे में क्या बीजेपी उन्हें नंदीग्राम से उतारेगी, इसपर नज़रें हैं.
तृणमूल कांग्रेस आज अपने सभी 294 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर सकती है. सभी की नज़रें ममता बनर्जी पर हैं, क्योंकि उन्होंने इस बार नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. देखना होगा कि ममता एक सीट से चुनाव लड़ेंगी या फिर दो सीटों से किस्मत आजमाएंगी.