
पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष दिलीप घोष राज्य में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. दिलीप घोष का कहना है कि बतौर प्रदेश अध्यक्ष उनका फोकस पूरे प्रदेश में प्रचार और चुनाव लड़वाने में रहेगा.
बता दें कि बंगाल की चुनावी जंग में भारतीय जनता पार्टी द्वारा कई बड़े नेताओं को मैदान में उतारा जा रहा है, फिर चाहे वो केंद्रीय मंत्री हो या राज्यसभा-लोकसभा सांसद, ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि दिलीप घोष भी चुनाव लड़ सकते हैं.
चुनाव लड़ने को लेकर दिलीप घोष ने कहा कि मेरा नाम उम्मीदवारों की लिस्ट में नहीं आएगा. प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते पार्टी ने तय किया है कि दिलीप राज्य में चुनाव प्रचार पर फोकस करेंगे.
भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, सांसद लॉकेट चटर्जी, स्वपन दास गुप्ता समेत कई राज्यसभा या लोकसभा के सांसदों को टिकट दिया है. बीजेपी की ओर से अभी तक सौ से अधिक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जा चुका है.
गौरतलब है कि प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष इस वक्त लोकसभा के सांसद भी हैं, साथ ही अगर भारतीय जनता पार्टी को बंगाल में बहुमत मिलता है तो वो राज्य के मुख्यमंत्री बनने के भी प्रबल दावेदार हैं.
बीजेपी की ओर से लगातार बंगाल में ममता सरकार को घेरने की कोशिश की जा रही है. यही कारण है कि पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, योगी आदित्यनाथ जैसे बड़े स्टार प्रचारक लगातार राज्य में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे हैं.
पश्चिम बंगाल में पहले चरण के लिए 27 मार्च को मतदान होना है, जबकि 29 अप्रैल को आठवें चरण का मतदान है. बंगाल में 2 मई को ही अन्य राज्यों के साथ नतीजे आएंगे.