
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले की घटना पर अब एक्शन हुआ है. बंगाल पुलिस के मुताबिक, इस मामले में अभी तक 3 FIR दर्ज की जा चुकी हैं, जबकि सात लोगों की गिरफ्तारी हुई हैं.
खुद पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी ने होम सेक्रेटरी अजय भल्ला पत्र लिखकर जानकारी दी कि जेपी नड्डा के दौरे के दौरान सुरक्षा के उचित इंतजाम किए गए थे. फिलहाल, मामले में 3 एफआईआर दर्ज की गईं हैं और 7 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
बंगाल पुलिस ने पत्थरबाजी के मामले में भी अज्ञात लोगों के खिलाफ दो FIR दर्ज की हैं. इसके अलावा पुलिस ने एक FIR बीजेपी नेता राकेश सिंह के खिलाफ दर्ज की है. जिनपर भीड़ को भड़काने का आरोप लगा है.
बंगाल पुलिस के मुताबिक, जेपी नड्डा के काफिले को Z सुरक्षा के अलावा बंगाल पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई थी. जेपी नड्डा के काफिले के रास्ते और कार्यक्रम की जगह पर 4 एडिशनल SP, 8 डिप्टी SP, 8 इंस्पेक्टर, 30 अफसर, 40 RAF, 145 कॉन्स्टेबल, 350 CV तैनात किए गए थे.
आपको बता दें कि जिस वक्त बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा डायमंड हार्बर की ओर जा रहे थे, तब रास्ते में उनके काफिले पर पत्थर फेंके गए और हमला किया गया. इस दौरान जेपी नड्डा तो सुरक्षित रहे, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय को चोट आई.
पार्टी अध्यक्ष के काफिले पर इस तरह हुए हमले के बाद से ही बीजेपी आगबबूला है. पीएम नरेंद्र मोदी ने फोन कर जेपी नड्डा, कैलाश विजयवर्गीय का हाल जाना तो वहीं अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत अन्य सभी मंत्रियों ने हमले की निंदा करते हुए ममता सरकार पर सवाल खड़े किए.
इस पूरे मामले को लेकर बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी है. राज्यपाल का कहना है कि बंगाल में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है, ममता सरकार को संविधान का पालन करना चाहिए.
बीजेपी के आक्रामक रुख के बाद ममता बनर्जी ने जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले को नौटंकी करार दिया और कहा कि जब जेड सुरक्षा है, तो फिर कोई कैसे इस तरह अटैक कर सकता है. ममता के दावों से इतर राज्यपाल ने अपनी रिपोर्ट में स्थानीय पुलिस की लापरवाही के संकेत दिए.