
पश्चिम बंगाल की चुनावी जंग में चित्त-पट के लिए दांव-पेंच की जोर आजमाइश जारी है. सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), दोनों ही खेमों ने अपने पत्ते खोल दिए हैं, वादों का पिटारा खोल दिया है. बीजेपी का घोषणा पत्र गृह मंत्री अमित शाह ने जारी किया और लुभावने वादों के साथ सोनार बांग्ला बनाने का वादा किया.
टीएमसी ने बीजेपी पर इसे लेकर भी हमला बोला है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा है कि बंगाल के लिए घोषणा पत्र किसी बंगाली की ओर से नहीं, गुजराती की ओर से जारी किया गया है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि बीजेपी बंगाली विरोधी है. टीएमसी सांसद ने बीजेपी के वादों को लेकर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के वादों का कोई मूल्य नहीं है.
सौगत रॉय ने कहा कि उन्होंने (बीजेपी) हर साल दो करोड़ नौकरियां और सभी को 15 लाख रुपये देने का भी वादा किया था. यह वादा अब तक अधूरा है. उन्होंने बीजेपी के चुनाव घोषणा पत्र को खोखला बताया और कहा कि किसी भी सूरत में वे सत्ता में नहीं आ रहे. टीएमसी सांसद ने कहा कि वे सत्ता में नहीं आ रहे तो ऐसे में इससे क्या फर्क पड़ता है कि वे क्या कहते हैं.
सोनार बांग्ला पर घेरा
टीएमसी के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत रॉय ने बीजेपी को सोनार बांग्ला बनाने के वादे पर भी घेरा. उन्होंने कहा कि अगर वे (बीजेपी) सोनार बांग्ला बनाना चाहते हैं तो उन्होंने पहले सोनार उत्तर प्रदेश, सोनार मध्य प्रदेश और सोनार हिमाचल प्रदेश क्यों नहीं बनाया? गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के नेताओं की ओर से चुनावी जनसभाओं में भी सोनार बांग्ला बनाने की बात पर जोर दिया जा रहा है.
ऐसे में सौगत रॉय ने बीजेपी को उसके शासन वाले राज्यों यूपी, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश का उल्लेख कर घेरने का प्रयास किया है. बता दें कि बंगाल में इसबार 8 चरणों में चुनाव हो रहे हैं. पहले चरण की सीटों पर 27 मार्च को मतदान होगा. बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम 2 मई को आएंगे.