
पश्चिम बंगाल में 30 सीटों के लिए 01 अप्रैल को दूसरे फेज की वोटिंग होगी. लेकिन उससे पहले राज्य की सियासत गरमा गई है. तृणमूल (TMC) को घेरने के लिए भाजपा को एक नया मुद्दा भी मिल गया है. दरअसल, सोमवार को 85 साल की बुजुर्ग महिला शोवा मजूमदार की मौत हो गई. ये वहीं शोवा मजूमदार हैं, जिनकी पिटाई करने का आरोप भाजपा ने टीएमसी पर लगाया था. शोवा भाजपा कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार की मां थीं. उनकी मौत के बाद गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर स्मृति ईरानी तक टीएमसी पर हमलावर हो गए हैं. वहीं, टीएमसी ने भी भाजपा पर कुछ आरोप लगाए हैं. इस पूरे मसले को लेकर दिनभर में क्या कुछ हुआ? आइए जानते हैं...
सबसे पहले मामला क्या है?
दरअसल, पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के निमटा में भाजपा कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार और उनकी 85 साल की मां शोभा पर कुछ बदमाशों ने हमला किया. ये हमला 28 फरवरी को हुआ था. इस हमले में शोवा मजूमदार बुरी तरह घायल हो गईं. भाजपा ने इस हमले का आरोप तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगाया. भाजपा ने शोवा मजूमदार की फोटो का इस्तेमाल पोस्टर में भी किया और उन्हें बंगाल की बेटी बताया. पिछले एक महीने से शोवा मजूमदार का इलाज चल रहा था. आखिरकार होली के दिन यानी सोमवार को उनका निधन हो गया. उनके निधन के बाद अब बंगाल चुनाव में ममता को घेरने के लिए भाजपा को नया मुद्दा मिल गया है.
शोवा की मौत पर भाजपा ने क्या-कुछ कहा?
शोवा मजूमदार की मौत के बाद भाजपा टीएमसी पर हमलावर हो गई. गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा, "बंगाल की बेटी शोवा मजूमदार जी के निधन से मन व्यथित है. टीएमसी के गुंडों ने उन्हें इतनी बेरहमी से पीटा कि उनकी जान चली गई. उनके (शोवा मजूमदार के) परिवार का दर्द और घाव ममता दीदी का लंबे समय तक पीछा नहीं छोड़ेगा. बंगाल हिंसा-मुक्त कल के लिए लड़ेगा. बंगाल, हमारी माताओं-बहनों के लिए एक सुरक्षित राज्य की लड़ाई लड़ेगा."
अमित शाह के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी ट्वीट कर ममता को घेरा. उन्होंने लिखा, "गोपाल मजूमदार के भाजपा कार्यकर्ता होने के कारण उनको अपनी जान गंवानी पड़ी. उनका बलिदान सदैव याद किया जाएगा. ये भी बंगाल की मां थीं, बंगाल की बेटी थीं. बीजेपी हमेशा मां और बेटी की सुरक्षा हेतु लड़ती रहेगी."
वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "टीएमसी के गुंडों ने बुजुर्ग महिला की पिटाई की. उनका दोष सिर्फ इतना था कि वो एक भाजपा कार्यकर्ता की मां थीं. उनकी इतनी बर्बरता से पिटाई की गई कि उनकी मौत हो गई. पश्चिम बंगाल के चुनाव उन सभी महिलाओं को इंसाफ दिलाएंगे, जिनके साथ टीएमसी के गुंडों ने बलात्कार किया, उत्पीड़न किया और हत्या की."
इसके अलावा भाजपा ने बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ से मुलाकात कर इस मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग भी की.
भाजपा हमलावर, तो टीएमसी भी उतरी
शोवा मजूमदार की मौत पर भाजपा हमलावर हुई, तो जवाब देने के लिए टीएमसी ने भी दो महिलाओं को उतार दिया. टीएमसी की तरफ से ममता सरकार की मंत्री शशि पंजा और टीएमसी सांसद काकोली घोष दस्तीदार उतरीं. उन्होंने आरोप लगाया कि मौत के बाद भाजपा ने टीएमसी को घेरने में एक मिनट की देरी भी नहीं की. उनका आरोप है कि अगर परिस्थितियां इतनी ही संदिग्थ थीं तो पोस्टमॉर्टम करवाने तक इंतजार क्यों नहीं किया गया?
उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. पोस्टमॉर्टम कराना चाहिए, ताकि साफ हो सके. उन्होंने आरोप लगाया कि जब इस मामले की जांच राज्य की पुलिस कर रही है, तो गृहमंत्री ट्वीट करके जांच पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन जब हाथरस में घटना हुई थी, तब तो गृहमंत्री के ऐसे ट्वीट नहीं दिखे. हमें पुलिस पर पूरा भरोसा है.
वहीं, टीएमसी सांसद सौगत राय ने कहा कि एक महीने पहले भाजपा कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार के घर के सामने टीएमसी कार्यकर्ता से विवाद हुआ था. इसमें गोपाल नीचे गिर गया. उसकी मां को लगा कि मेरे बेटे पर हमला हुआ है, तो वो भी दौड़ीं, इससे गिरकर वो भी घायल हो गईं. उन्होंने ये भी कहा कि शोवा मजूमदार का निधन कई बीमारियों की वजह से हुआ है.
अब आगे क्या?
ये तय है कि भाजपा इस मुद्दे को भुनाएगी. चुनाव के दौरान बंगाल की बेटी का मुद्दा पहले ही छाया हुआ है. शोवा मजूमदार पर हमले के आरोप के बाद भी भाजपा ममता बनर्जी पर हमलावर थी. इस घटना के बाद भाजपा पहले से ज्यादा तीखे हमले करेगी. वहीं, ममता भाजपा पर मौत पर सियासत करने का आरोप लगा रही हैं. और सवाल कर रही हैं कि भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं की सुरक्षा का क्या हाल है? भाजपा ने शोवा मजूमदार की फोटो को ममता के खिलाफ पोस्टर वॉर में भी इस्तेमाल किया था, जिस पर बंगाल की सियासत में खूब हंगामा हुआ था. अब उनकी मौत के बाद इस पर सियासत और भाजपा-टीएमसी में टकराव बढ़ना तय है.