
कोल स्मलिंग मामले में जांच-पड़ताल की आंच अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के परिवार तक पहुंच चुकी है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एक टीम अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजीरा नरूला बनर्जी से आज पूछताछ के लिए कोलकाता पहुंची. कोलकाता में अभिषेक बनर्जी के आवास पर पहुंची सीबीआई टीम ने कहा कि वह रूजीरा नरूला बनर्जी से पूछताछ करना चाहती है. इसके अलावा सीबीआई ने इसी मामले में अभिषेक बनर्जी की साली मेनका गंभीर को समन भेजा है. उनसे सोमवार को जांच में शामिल होने को कहा गया है.
फिलहाल सीबीआई की टीम अभिषेक बनर्जी के घर से वापस लौट गई है. वह सोमवार को फिर से नए समन के साथ पूछताछ के लिए घर पहुंचेगी. सीबीआई ने अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजीरा बनर्जी को कोयला घोटाले की जांच के सिलसिले में नोटिस दिया था. सूत्रों ने बताया कि कोल स्मगलिंग मामले में जांच अधिकारी की अगुवाई में तीन अफसरों की टीम रूजीरा बनर्जी से पूछताछ करना चाहती है. सीबीआई की टीम काफी देर तक अभिषेक बनर्जी के आवास पर मौजूद रही. आखिरकार टीम वापस लौट गई.
इधर, अभिषेक बनर्जी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'आज दो बजे, सीबीआई ने मेरी पत्नी के नाम पर नोटिस भेजा. हमें कानून पर पूरा भरोसा है. हालांकि अगर किसी को ऐसा लगता है कि इस तरह के चाल चलकर मुझे धमकाया जा सकता है तो वो गलती कर रहे हैं. हमलोग वो नहीं हैं जिसे दबाया जा सके.'
इस एक्शन पर ममता सरकार में मंत्री सुजीत बोस ने कहा कि सीबीआई, ईडी और आयकर बीजेपी के कार्यालय में बदल गए हैं. वहीं टीएमसी नेता फिरहाद हाकिम ने कहा कि ये गंदी राजनीति है. बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह को कोलकाता की अदालत में हाजिर होने के आदेश के 2 दिन के भीतर अभिषेक बनर्जी की पत्नी के खिलाफ सीबीआई का यह नोटिस जारी किया गया है.
सीबीआई ने आज ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजीरा नरूला को कोयला तस्करी मामले में पूछताछ करने का नोटिस भेजा. सीबीआई की ओर से आज ही पूछताछ का समय मांगा गया है. डीआईजी सीबीआई ने फोन पर 'आजतक' से हुई बातचीत में बताया कि सीबीआई की टीम कोलकाता में अभिषेक बनर्जी के घर पहुंची और उन्होंने वहां नोटिस दिया है और आज ही रूजीरा नरूला से पूछताछ के लिए समय मांगा है.
नोटिस की टाइमिंग पर उठे सवाल
बहरहाल, इस नोटिस की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इस तरह का नोटिस दिए जाने को राजनीति बताया है. इससे पहले भी ममता बनर्जी ने कई बार केंद्र सरकार पर सरकारी एजेंसियों का दुरुपयग करने के आरोप लगाए हैं. दो दिन पहले ही कोलकाता की एमपी-एमएलए कोर्ट ने अमित शाह को अदालत में पेश होने का समन जारी किया था.
दरअसल, 2018 में कोलकाता में एक जनसभा के दौरान अमित शाह ने अभिषेक बनर्जी पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे. उसी के बाद अभिषेक बनर्जी ने बेबुनियाद आरोप लगाने का मामला दायर किया था. इसी मामले में अमित शाह को 22 फरवरी को कोलकाता की अदालत में पेश होने को कहा गया है.
टीएमसी ने बीजेपी को बताया हताश
सीबीआई नोटिस पर टीएमसी ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. टीएमसी नेता सौगत रॉय ने कहा कि हताश बीजेपी ने सभी सहयोगी दलों को खो दिया है. अब उनके एकमात्र सहयोगी सीबीआई और ईडी हैं. यह नोटिस भी उम्मीद के मुताबिक ही है.
नोटिस पर क्या बोली बीजेपी?
बीजेपी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने सीबीआई के समन भेजे जाने को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की. लेकिन उन्होंने कहा कि अभिषेक बनर्जी और विनय मिश्रा के संबंध रहे हैं. दोनों लोग साथ में विदेश भी घुमते रहे हैं. ये तो होना ही है. नोटिस की टाइमिंग के सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सीबीआई स्वतंत्र एजेंसी है. उसकी पूछताछ और जांच के बारे में हम कुछ नहीं बोल सकते हैं. जब तक साक्ष्य नहीं होंगे तो सीबीआई कैसे पूछताछ करेगी. यानी पुख्ता सबूत हैं इसलिए सीबीआई जांच कर रही है.
करीबियों पर हो चुकी है छापेमारी
बता दें कि सीबीआई पहले से ही अभिषेक बनर्जी के कई करीबियों के खिलाफ छापेमारी कर रही है. 31 दिसंबर 2020 को कोलकाता में तृणमूल यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी विनय मिश्रा के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. यह रेड मवेशी तस्करी घोटाले को लेकर की गई थी. विनय मिश्रा को अभिषेक बनर्जी का करीबी माना जाता है. सीबीआई की टीम 31 दिसबंर 2020 को कोलकाता में विनय मिश्रा के ठिकानों पर पहुंची, और दो ठिकानों पर मवेशी घोटाले और एक जगह पर कोयला चोरी मामले में रेड मारी थी.
सीबीआई ने कोयला तस्करी के मामले में 28 नवंबर 2020 को भी तीन राज्यों में 40 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी की थी, इसमें पश्चिम बंगाल भी शामिल था. उस दौरान सीबीआई ने जिन स्थानों पर छापेमारी की उनमें अनूप मांझी का परिसर भी शामिल था, जो इस मामले के संबंध में एजेंसी की जांच के दायरे में हैं. बंगाल में कोलकाता के अलावा, आसनसोल, दुर्गापुर और रानीगंज, बर्दवान और 24 परगना में भी तलाशी ली गई थी. अनूप माझी उर्फ लाला पर बंगाल और झारखंड की सीमा पर कोयले की तस्करी में शामिल रहने के आरोप हैं. आरोप लगाया जाता है कि माझी के बंगाल में मजबूत राजनीतिक संबंध हैं और उनकी संपत्ति करोड़ों में है.