
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर चुनाव प्रचार के लिए 24 घंटे के बैन लगाए जाने के बाद चुनाव आयोग ने अब भारतीय जनता पार्टी के बंगाल इकाई के प्रमुख दिलीप घोष पर चुनाव प्रचार के लिए 24 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया है.
चुनाव प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण के लिए चुनाव आयोग बेहद सख्त हो गया है और दिलीप घोष पर प्रचार के लिए 24 घंटे का बैन लगा दिया है. आयोग ने इससे पहले बीजेपी नेता राहुल सिन्हा पर भी चुनाव प्रचार के लिए 48 घंटे का बैन लगाया था.
इससे पहले वोटिंग के दौरान कोच बिहार हिंसा पर बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर शरारती लड़के, जिन्हें सीतलकूची में गोलियां पड़ी, कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेंगे तो ऐसी घटनाएं होती रहेंगी. उनके इस बयान पर चुनाव आयोग ने नोटिस जारी करके जवाब मांगा था.
आयोग ने दिलीप घोष पर 24 घंटे का प्रतिबंध (15 अप्रैल को शाम 7 बजे से 16 अप्रैल शाम 7 बजे तक) लगाया, इस दौरान उन्हें चुनाव प्रचार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. आयोग ने उनके बयान को बेहद भड़काऊ तथा कानून-व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला करार दिया.
क्या कहा था राहुल सिन्हा ने
दिलीप घोष की तरह बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने भी एक चुनावी रैली में विवादित भाषण दिया था. उन्होंने कहा, 'सीतलकूची में 4 नहीं 8 लोगों को मारना चाहिए था. केंद्रीय बलों को कारण बताओ नोटिस भेजना चाहिए कि उन्होंने सिर्फ 4 को क्यों मारा? उन्हें 8 लोगों को मारना चाहिए था. यहां के गुंडे लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार छीनना चाहते हैं. केंद्रीय बलों ने सही जवाब दिया. अगर फिर से ऐसा हुआ तो वो उसका जवाब देंगे.'
बंगाल में हो रहे 8 चरणों के चुनाव में लगातार भड़काऊ भाषण दिए जा रहे हैं. चुनाव आयोग ने भड़काऊ भाषण पर एक्शन लेते हुए पिछले दिनों बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर प्रचार करने से 24 घंटे का बैन लगा दिया था. फैसले के विरोध में ममता बनर्जी मंगलवार को कोलकाता में गांधी मूर्ति के पास धरने पर भी बैठी और चुनाव आयोग के फैसले का विरोध जताया.