
जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, पश्चिम बंगाल में सियासी सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं. 7 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में रैली करेंगे. इसी दौरान राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में रोड-शो करके अपनी ताकत दिखाएंगी. दरअसल, ममता बनर्जी रविवार के दिन प्रधानमंत्री के लिए खुला मैदान छोड़कर उन्हें वॉकओवर नहीं देना चाहतीं, इसीलिए उसी दिन तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सिलीगुड़ी में ममता के रोड-शो का कार्यक्रम रख दिया है.
टीएमसी के मुताबिक, ममता ये तो नहीं चाहतीं कि प्रधानमंत्री की रैली वाले दिन उन्हें कोलकाता में ही टक्कर दी जाए, लेकिन वे ऐसा भी नहीं चाहतीं कि नरेंद्र मोदी को खुली छूट मिले और सियासी मुकाबला कमजोर पड़े. इसलिए जब प्रधानमंत्री कोलकाता में रैली कर रहे होंगे, उसी दौरान ममता सिलीगुड़ी में रोड-शो करके अपना शक्ति-प्रदर्शन कर रही होंगी. हालांकि, सिलीगुड़ी में रोड-शो का रूट अभी तक तय नहीं हुआ है.
यही नहीं, अगले दिन यानी 8 मार्च के दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर भी ममता बनर्जी कोलकाता में रैली कर सकती हैं. कोलकाता में महिला दिवस पर होने वाली रैली में केवल महिलाएं शामिल होंगी.
ममता सरकार में मंत्री साधन पांडे से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम 1 इंच जमीन भी छोड़ने वाले नहीं हैं. वहीं बीजेपी का कहना है कि ममता बनर्जी इतना घबरा गई हैं कि वे कोलकाता छोड़कर सिलीगुड़ी में सभा कर रही हैं.
एक तरफ बीजेपी तृणमूल कांग्रेस से सत्ता छीन लेने के लिए पूरी ताकत झोंक देने की तैयारी में है तो वहीं तृणमूल कांग्रेस भी अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए जी-जान से जुटी है. ऐसे में इतना तो तय है कि इस बार ममता बनर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर चुकी हैं और इस क्रम में वे ताल से ताल मिलाकर सभाएं भी करने जा रही हैं.