
नंदीग्राम में अपने चुनावी अभियान के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पैर में चोट लग गई. हादसे में चोटिल होने के बाद ममता ने आरोप लगाया कि उन पर हमला किया गया है. हालांकि बीजेपी और कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि ममता नाटक कर रही हैं. इस बीच हादसे के वक्त वहां कई लोग मौजूद थे जिन्होंने घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी.
चुनावी अभियान के दौरान ममता बनर्जी पर हुए हमले के एक प्रत्यक्षदर्शी चितरंजन दास ने पूरे घटनाक्रम के बारे में दावा करते हुए कहा, 'मैं वहां पर था, वह अपने कार के अंदर बैठ रही थीं लेकिन दरवाजा खुला था. एक पोस्टर को छूने के बाद दरवाजा बंद हो गया. किसी ने न धक्का दिया न ही मारा. दरवाजे के पास भी कोई नहीं था.'
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी और छात्र सुमन मैती ने दावा करते हुए कहा, 'जब मुख्यमंत्री यहां आई थीं, तो उनको देखने के लिए जनता उनके चारों ओर एकत्र हो गई थी और जब वह बाहर निकलीं तो भीड़ बढ़ने से उनको चोट लग गई. उनकी गर्दन और पैर में चोटें आईं, लेकिन किसी ने धक्का नहीं दिया था. कार धीरे-धीरे चल रही थी.
दूसरी ओर पार्टी की शीर्ष नेता पर चोटिल होने के बारे में टीएमसी की ओर से नंदीग्राम से सांसद सुखेंदु शेखर राय ने कहा कि शाम करीब 6.15 बजे जब वह (ममता) एक मंदिर में पूजा करने के बाद बिरुलिया अंचल से निकलने ही वाली थीं तो कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें कार में धकेल दिया और जबरन दरवाजा बंद कर दिया, जिसकी वजह से उनके बाएं पैर में चोटें आईं. कमर में भी तेज दर्द हो रहा है. उन्हें उपचार के लिए कोलकाता भेजा गया है.
हालांकि ममता बनर्जी पर हमला किन लोगों ने किया अभी तक यह साफ नहीं हो सका है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. दूसरी ओर ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि 3-4 लोगों ने उन पर हमला किया.
विधानसभा चुनाव के दौरान टीएमसी नेता के चोटिल होने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस भी हमलावर हैं और दोनों ही पार्टियों ने उनका नाटक करार दिया.