
पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से जुड़ने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. आदित्य बिड़ला समूह के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट रंजन बनर्जी बुधवार को कोलकाता में बीजेपी में शामिल हो गए. पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि हमें यहां उद्योग लाने की जरूरत है ताकि लोगों को रोजगार मिल सके. मैं बीजेपी को राज्य के लोगों की सेवा करने का मौका देने के लिए धन्यवाद देता हूं.
बिड़ला समूह के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी और उससे पहले वामपंथी सरकारों ने राज्य में औद्योगीकरण को बढ़ावा नहीं दिया. ममता ने सिंगूर में नैनो प्लांट के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया, जिसके बाद टाटा अपने प्लांट को गुजरात लेकर चली गई. बीजेपी ने वादा किया है कि वह रोजगार बनाने के लिए राज्य में उद्योगों को स्थापित करने के लिए काम करेगी.
उधर, तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायकों के टूटने का सिलसिला भी लगातार जारी है. शांतिपुर सीट से टीएमसी विधायक अरिंदम भट्टाचार्य बुधवार को दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. बता दें कि भट्टाचार्य कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे लेकिन 2017 में टीएमसी में शामिल हो गए थे. फिलहाल अब वह बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
मालूम हो कि ममता बनर्जी सरकार के दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी पिछले महीने ही बीजेपी में शामिल हो गए थे. उनके साथ आधा दर्जन से अधिक टीएमसी नेताओं ने भगवा पार्टी का दामन थाम लिया. बीते दिनों ही टीएमसी सांसद शताब्दी रॉय ने भी बगावती तेवर दिखाए, लेकिन बाद में सीनियर नेताओं ने उन्हें मना लिया गया था.
इससे पहले ममता सरकार में मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद टीएमसी विधायक वैशाली डालमिया ने भी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वैशाली का कहना है कि भ्रष्टाचार के कारण टीएमसी को नुकसान हो रहा है, जमीन पर भ्रष्टाचार पार्टी को दीमक की तरह खत्म कर रहा है.