
बंगाल में चौथे चरण की वोटिंग के दौरान हिंसा ने राज्य में तनाव बढ़ा दिया है. कोच बिहार के सितालकुची में हुई फायरिंग की घटना में चार लोगों के मारे जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला और फायरिंग के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों को जिम्मेदार बताया. टीएमसी के अलावा बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल भी आयोग के अधिकारियों से मिला था.
आयोग के अफसरों से मुलाकात के बाद टीएमसी नेताओं ने बताया कि हम चुनाव आयोग के संज्ञान में यह बात लाने के लिए गए थे कि फायरिंग में मारे गए 4 लोगों की मौत के लिए केंद्रीय सुरक्षा बल सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और बीएसएफ जिम्मेदार हैं. टीएमसी के 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में सुब्रत मुखर्जी, सुदीप बंद्योपाध्याय, सुगाता रॉय, डोला और डेरेक ओ ब्रायन शामिल थे.
सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि ओपन फायरिंग को लेकर चुनाव आयोग की ओर से कुछ नहीं कहा गया. प्रधानमंत्री भड़काऊ भाषण देते हैं जिसे टीवी पर भी जारी कर दिया जाता है, क्या यह आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है.
बीजेपी ने की ममता की शिकायत
सुगाता रॉय ने कहा कि हम यहां चुनाव आयोग को यह बताने के लिए आए हैं कि केंद्रीय सुरक्षा बलों सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और बीएसएफ के जवान 4 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं, जबकि इस फायरिंग में कुछ अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. हम इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ शिकायत करना चाहते हैं जिन पर शांतिपूर्ण चुनाव कराने की जिम्मेदारी थी. उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि आयोग ममता बनर्जी को नोटिस जारी करता है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोटिस जारी नहीं करता है.
इसी तरह हिंसा की घटना के बाद कोलकाता में बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल भी चुनाव आयोग से मिला. इस प्रतिनिधिमंडल में भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान, अश्वनी वैष्णव और शिशिर बिजॉय शामिल थे.
स्वप्न दासगुप्ता ने कहा कि सीआरपीएफ के जवानों को घेरने और उन पर हमला करने के लिए ममता बनर्जी ने ही भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल किया था. और अब यह सच हो गया, इसी की शिकायत करने हम चुनाव आयोग आए हैं. हम इस हिंसा के लिए ममता को जिम्मेदार ठहराते हैं. उन्होंने कहा कि हमने आयोग से कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है जिससे भविष्य में ऐसी घटना फिर न घटे.