
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य का सियासी पारा बढ़ता जा रहा है. इस बीच तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने अपनी ही पार्टी के विधायक के खिलाफ एक्शन लिया है. टीएमसी की अनुशासनात्मक समिति की बैठक में विधायक वैशाली डालमिया को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. बता दें कि वैशाली, बीसीसीआई के पूर्व प्रमुख जगमोहन डालमिया की बेटी हैं. वैशाली ने हाल ही में भ्रष्टाचार समेत तमाम मुद्दों को लेकर पार्टी पर सवाल उठाए थे.
बल्ली सीट से विधायक वैशाली ने अपने खिलाफ पार्टी द्वारा लिए गए एक्शन पर कहा कि दलबदलू पार्टी में बने रहते हैं, पार्टी नेतृत्व पर कटाक्ष करते हैं. लेकिन पार्टी उनपर एक्शन लेने के बजाय ईमानदार नेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इस दौरान वैशाली ने मंत्री राजीव बनर्जी के इस्तीफे का जिक्र किया. उन्होंने यह भी साफ किया कि वह विधायक का पद नहीं छोड़ेंगी और ना ही बीजेपी में शामिल होंगी.
उन्होंने हाल ही में अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. वैशाली का कहना है कि भ्रष्टाचार के कारण टीएमसी को नुकसान हो रहा है, जमीन पर भ्रष्टाचार पार्टी को दीमक की तरह खत्म कर रहा है. टीएमसी विधायक का कहना है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में काफी भ्रष्टाचार है, वो कई साल से इस बात को कह रही हैं. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर वो अपनी राय सीएम ममता बनर्जी को भी बता चुकी हैं.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी में भगदड़ मचना जारी है. हाल ही में ममता सरकार में मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसको लेकर वैशाली ने कहा था कि लक्ष्मी रतन भी भ्रष्टाचार जैसी वजहों के कारण पार्टी में काम नहीं कर सके और उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
वैशाली ने तब यहां तक कह दिया था कि घर, सड़क या किसी और काम के लिए कमीशन दिए बिना काम नहीं होता है. उन्होंने प्रशांत किशोर के कामकाज पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि वो भ्रष्ट लोगों को पार्टी में बड़े पद देते हैं. ऐसे में आज टीएमसी ने अनुशासनात्मक समिति की बैठक बुलाई और इसमें वैशाली डालमिया को पार्टी से बाहर करने का फैसला लिया गया.
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मालूम हो कि विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी को पिछले कुछ दिनों में बड़े झटके लगे हैं, पहले शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी का दामन छोड़ा. उसके बाद अन्य भी कई विधायकों और नेताओं ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.