
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर नंदीग्राम में हुए कथित हमले का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करके सीबीआई जांच की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) एसए बोबड़े की अगुवाई वाली तीन जजों की बेंच आज सुनवाई करेगी.
दरअसल, तीन वकीलों ने याचिका दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट से 10 मार्च 2021 को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घायल करने वाली नंदीग्राम की घटना की जांच के लिए सीबीआई को निर्देश देने की मांग की है. इस घटना को लेकर काफी बवाल हुआ था. इस घटना में चोटिल हुई ममता बनर्जी आज भी पैर में प्लास्टर लगे होने के बावजूद चुनाव प्रचार कर रही हैं.
क्या है पूरा मामला
ममता बनर्जी ने 10 मार्च 2021 को नंदीग्राम सीट से पर्चा भरा था. उसी दिन शाम में वह एक जगह गई थीं. इस दौरान कुछ लोगों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया. ममता का आरोप है कि उन पर हमला किया गया. इस हमले में ममता के पैर पर चोट आई थी. साथ ही उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. आनन-फानन में ममता को कोलकाता लाया गया था.
प्रत्यक्षदर्शी निमाई मैती ने कहा कि घटना मेरी दुकान के सामने हुई, करीब 6: 10 से 6: 20 के बीच ममता बनर्जी एक मंदिर से दूसरे मंदिर जा रही थीं, ठीक उसी जगह पर एक मोड़ है, वह गाड़ी से हाथ हिला रही थीं और गाड़ी से थोड़ी बाहर निकली हुई थीं, तभी लोग दौड़ पड़े, जिससे कार का दरवाजा उनकी पैर पर लग गया.
हालांकि, ममता बनर्जी का आरोप था कि उन पर कुछ लोगों ने हमला किया, उन्हें कार में धक्का दिया और फिर जबरन दरवाजा बंद करने की कोशिश की गई. इस कथित हमले के बाद ममता कई दिनों तक हॉस्पिटल में एडमिट रही थीं. ममता जब हॉस्पिटल से बाहर निकलीं तो उनके पैर में प्लास्टर लगा हुआ था.
इसी प्लास्टर वाले पैर से ममता बनर्जी इन दिनों चुनाव प्रचार कर रही हैं. वहीं, चुनाव आयोग अलग-अलग रिपोर्ट के आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुंचा था कि ममता बनर्जी पर कोई हमला नहीं किया गया है, इसके कोई सबूत नहीं पाए गए हैं. यानी ममता के पैर में नंदीग्राम में जो चोट लगी वो एक हादसा था.