चुनाव में नामांकन भरने के लिए नेता बड़ी-बड़ी गाड़ियों में आते हैं. उनके साथ समर्थकों की टोली और बॉडीगार्ड भी रहते हैं. लेकिन नामांकन भरने आए जाप प्रत्याशी अंदाज कुछ अलग ही था. इनके काफिले में बड़ी-बड़ी गाड़ियां नहीं थी बल्कि वे पैदल ही 2 किमी ठेला चलाकर अपने समर्थकों के साथ नामांकन कार्यालय पहुंचे . ( इनपुट : रंजन कुमार त्रिगुण)
मामला कैमूर जिले के भभुआ विधानसभा क्षेत्र का है. यहां जन अधिकार पार्टी के विधायक प्रत्याशी रामचंद्र यादव दो किलोमीटर ठेला चलाते हुए अपने समर्थकों के साथ नामांकन करने कार्यालय पहुंचे. इस दौरान रामचंद्र यादव ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा पूरे देश को केंद्र सरकार ने रोड पर लाकर खड़ा कर दिया है. बेरोजगारों को पकौड़ा तलने की बात कहीं, लेकिन वह भी तेल मसाला महंगा करके छीन लिया. यह सरकार किसान बिल के माध्यम से सब कुछ बर्बाद करने का काम कर रही है.
रामचंद्र यादव ने कहा आगे कहा कि केंद्र सरकार ने देश के दलित, गरीब, शोषित पीड़ित सबकी रोजी-रोटी को छीन ली है. भाजपा के गुंडों ने किसान बिल के सवाल पर पटना में मुझे लाठी से पीटा. हाथ भी टूट चुका है, गाड़ी भी टूट चुकी है, मेरे पास कुछ नहीं है. न तेल है न पैसा. रामचंद्र यादव कहते हैं हमारे पास तेल नहीं है मगर ठेला है. गरीबों का ठेला और रिक्शा ही सहारा है. नामांकन करने के लिए इसी के सहारे हम निकले हैं.
रामचंद्र यादव पहले 2005 से 2010 तक बहुजन समाजवादी पार्टी से विधायक रह चुके हैं. इसके बाद सपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे. फिर आरजेडी में किस्मत आज़माई. जब आरजेडी में इनको नजरअंदाज किया जाने लगा तो इन्होंने जन अधिकार पार्टी ज्वाइन की. भभुआ विधानसभा हॉट सीट माना जा रहा है. नामांकन के बाद रामचंद्र यादव ने कहा अगर मैं जीत गया तो किसी कीमत पर किसान बिल नहीं लागू होने दूंगा. इसके लिए मुझे मरना ही क्यों न पड़े.
कैमूर की रिंकी रानी पांडे यहां की सिटिंग एमएलए हैं. जदयू जिलाध्यक्ष डाक्टर प्रमोद सिंह पटेल टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं. उन्होंने बीजेपी के सभी विधायकों को हराने की बात कहते हुए निर्दलीय नॉमिनेशन फाइल किया है. वहीं रालोसपा ने वीरेंद्र कुशवाहा को अपना भभुआ से उम्मीदवार बनाया है.