Advertisement

बिहार विधानसभा चुनाव

Darbhanga: भोला यादव ने दी प्रत्याशी को धमकी, कहा- मेरे लिए काम करो नहीं तो...

प्रह्लाद कुमार
  • 21 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 11:55 PM IST
  • 1/7

दरभंगा के हायाघाट विधानसभा के 13 प्रत्याशियों का नामांकन स्क्रूटनी के बाद रद्द कर दिया गया. अब इस सीट पर 10 प्रत्याशी ही बचे हैं. नामांकन रद्द हुए प्रत्याशियों में ज्यादातर लोगों ने यह आरोप लगाया की राजनीतिक साजिश के तहत उनका नामांकन रद्द कराया गया है. वहीं नामांकन रद्द होने के बाद पुष्पम प्रिया चौधरी की प्लूरल्स पार्टी पार्टी के उम्मीदवार को आरजेडी विधायक ने हल्के अंदाज में बड़ी धमकी दे डाली. (इनपुट- प्रह्लाद कुमार)

  • 2/7

जनशक्ति पार्टी के प्रत्याशी ने भी ऐसा ही आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि समय से पहले आने के बाद भी कागज जमा नहीं करने दिया गया. कहीं न कहीं साजिश है. उन्हें लगता है चुनाव से जानबूझ कर दूर रखा जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि आरजेडी विधायक उनके काफी देर बाद आए थे. उन्हें नामांकन कार्यालय में जाने दिया गया.

  • 3/7

हालांकि, चुनाव प्रक्रिया में लगे अधिकारी विभूति रंजन चौधरी ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. सब कुछ नियमानुसार हुआ है. जो भी चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश हैं उसका पालन किया गया है.

Advertisement
  • 4/7

इन सब से अलग जैसे ही स्क्रूटनी के बाद लोग बाहर आए, एक अलग ही नजारा देखने को मिला. जहां लालू यादव के बेहद करीबी विधायक भोला यादव ने अपने मीठे स्वर में प्लूरल्स पार्टी के उम्मीदवार को बड़ी धमकी दे डाली.  

  • 5/7

प्लूरल्स पार्टी के उम्मीदवार मणिकांत यादव का नामांकन रद्द हो चुका था. तब भोला यादव ने उनसे कहा कि अब मेरे लिए चुनाव में काम करो नहीं तो हम अब आपके साथ बदमाशी करेंगे. बता दें कि भोला यादव और मणिकांत यादव हायाघाट सीट से एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने की तैयारी में थे. 

  • 6/7

हल्के अंदाज में दी गई इस धमकी से मणिकांत यादव को लगता है कि अब उनके साथ कुछ भी हो सकता है. उन्होंने आशंका जताई कि अपनी राजनीति के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि किसी सूरत में वे आरजेडी के लिए चुनाव में काम नहीं करेंगे चाहे कुछ भी इसका अंजाम हो वे डरने वाले नहीं. 

Advertisement
  • 7/7

सभी चुनौती उन्हें स्वीकार हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले भी आरजेडी के लोग उन पर चुनाव नहीं लड़ने का दबाब बना रहे थे. उन्हें लगता है राजनीतिक साजिश के तहत ही उनका नामांकन रद्द किया गया है.

Advertisement
Advertisement