बिहार की गांधी मैदान थाना पुलिस को 1 अक्टूबर को बिस्कोमान भवन के पास एक फॉर्चूनर कार से 74 लाख रुपये कैश मिले थे. पुलिस ने इसे जब्त कर लिया है. कार RJD लीडर संजय सिंह की थी. ड्राइवर ने भी उनका ही नाम लिया. अब पुलिस संजय सिंह की तलाश कर रही है. संजय सिंह फरार हैं. सासाराम स्थित उनके घर पर छापेमारी की गई पर लापता मिले. आइए जानते हैं संजय सिंह के बारे में... (रिपोर्टः मनोज सिंह)
बिस्कोमान भवन के नीचे से मिली 74 लाख रुपये की रकम के मालिक संजय सिंह सासाराम के होटल कारोबारी हैं. ड्राइवर ने बताया कि संजय सिंह पटना आए थे लेकिन वो रास्ते में ही उतर गए थे. संजय सिंह RJD के नेता भी हैं. रोहतास जिले के कंचनपुर गांव के रहने वाले संजय सिंह चार भाई हैं.
संजय सिंह के यहां पहले पत्थर का काम होता था, लेकिन पहाड़ खनन बंद होने के बाद संजय सिंह होटल कारोबार में आ गए. सासाराम में संजय सिंह ने बीएनएस नाम से होटल खोल दिया. इसके साथ ही संजय सिंह आरजेडी में एक सक्रिय नेता के रूप में उभरने लगे.
संजय सिंह आरजेडी की बिहार कार्यकारिणी में सदस्य के रूप में जुड़े हुए हैं. संजय सिंह इस बार सासाराम से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. लेकिन इस बीच वो अपनी कार में 74 लाख की रकम बरामद होने के बाद चर्चा में आ गए. संजय सिंह की कार का चालक सोनू पुलिस हिरासत में है. पुलिस ने संजय सिंह के घर छापा मारा, लेकिन घर पर ताले पड़े मिले.
पुलिस को इस दौरान एक बायोडाटा मिला है, जिस पर लिखा है 208 विधानसभा सासाराम. संजय सिंह की मुश्किलें अब और भी बढ़ने जा रही हैं. उनकी कार से इतनी बड़ी रकम मिलने के बाद आयकर विभाग ने भी 36 घंटे के अंदर उन्हें हाजिर होने के लिए कहा है. संजय सिंह का मोबाइल बंद जा रहा है. पुलिस का मानना है कि यह रकम संजय सिंह की है, जैसा कि उनके ड्राइवर ने स्वीकारा किया है.
वहीं संजय सिंह की कार से मिली इस रकम को लेकर कई प्रकार की चर्चाएं तेजी से चल रही हैं. कहा ये जा रहा है कि ये रकम टिकट खरीदने के लिए लाई गई थी, जो पुलिस चेकिंग के दौरान पकड़ी गई. फिलहाल पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है कि ये रकम किस उद्देश्य के साथ लाई गई थी. पटना के एसएसपी ने बताया कि संजय सिंह को 74 लाख की रकम का सबूत पेश करना होगा, कि ये रकम कहां से आई और किस उद्देश्य के साथ लाई गई थी.