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बिहार: दूसरे चरण में तेजस्वी-तेजप्रताप समेत इन नेताओं के बेटे-बेटियों की परीक्षा

बिहार चुनाव के दूसरे चरण में सबसे ज्यादा नजर उन सीटों पर है, जहां दिग्गज नेताओं के बेटे-बेटियां चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं. आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद के दोनों बेटे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव की प्रतिष्ठा ही दांव पर नहीं है बल्कि शरद यादव की बेटी से लेकर शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे की किस्मत का फैसला इसी चरण में होना है.

तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव
कुबूल अहमद
  • नई दिल्ली ,
  • 02 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 7:43 AM IST
  • तेजस्वी राघोपुर तो तेजप्रताप हसनपुर सीट से मैदान में हैं
  • शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा बांकीपुर सीट से मैदान में
  • शरद यादव की बेटी सुभाषिनी के किस्मत दांव पर

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के 17 जिलों की 94 सीटों पर आज वोटिंग हो रही है. ऐसे में दूसरे चरण की 94 सीटों पर कुल 1463 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 1316 पुरुष, 146 महिला और एक थर्ड जेंडर की प्रत्याशी शामिल हैं. ऐसे में सबसे ज्यादा नजर उन सीटों पर है, जहां दिग्गज नेताओं के बेटे-बेटियां चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं. आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद के दोनों बेटे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव की प्रतिष्ठा ही दांव पर नहीं है बल्कि शरद यादव की बेटी से लेकर शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे की किस्मत का फैसला इसी चरण में होना है.

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बिहार की सबसे हाई प्रोफाइल सीट 
बिहार चुनाव के दूसरे चरण की राघोपुर और हसनपुर सीट पर सभी की निगाहें हैं. राघोपुर से नेता प्रतिपक्ष एवं महागठबंधन का चेहरा तेजस्वी यादव मैदान में हैं तो हसनपुर सीट से उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव किस्मत आजमा रहे हैं. तेजस्वी अपनी पुरानी सीट से ही चुनाव मैदान में हैं, जिनके खिलाफ बीजेपी के सतीष राय ताल ठोक रहे हैं. यह 1995 से लालू का मजबूत दुर्ग माना जाता है, पर 2010 के चुनाव में सतीष ने राबड़ी देवी को मात देने में सफल रहे थे. वहीं, तेजप्रताप ने इस बार महुआ के बदले हसनपुर को चुना है, जिनका मुकाबला जेडीयू के राजकुमार राय से होगा, जो पिछली दो बार से विधायक हैं. तेजस्वी ने अपनी और अपने भाई की सीट पर दो-दो बार जनसभाएं की हैं. 

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शरद यादव की बेटी की प्रतिष्ठा दांव पर
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की बेटी सुभाषिनी के किस्मत का फैसला इसी फेज में होना है. सुभाषिनी अपने पिता शरद यादव के संसदीय क्षेत्र रहे मधेपुरा इलाके की बिहारीगंज विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रही हैं, जिनका मुकाबला जेडीयू के निरंजन कुमार मेहता से माना जा रहा है. हालांकि, जेडीयू यहां पर पिछले दो चुनाव से लगातार जीत दर्ज कर रही है जबकि इससे पहले आरजेडी का तीन बार कब्जा रहा है. 

शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे की भी परीक्षा
फिल्म अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा की किस्मत का फैसला इसी दूसरे चरण के चुनाव में होना है. लव सिन्हा पटना के बांकीपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे हैं. बांकीपुर सीट पर लव सिन्हा का मुकाबला बीजेपी के तीन बार के विधायक नितिन नवीन और प्लूरल्स पार्टी से उतरीं पुष्पम प्रिया से माना जा रहा है. नितिन नवीन के पिता नवीन किशोर सिन्हा भी यहां से कई बाहर विधायक रह चुके हैं. ऐसे ही पुष्पम प्रिया भी जेडीयू के पूर्व एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी है. इस तरह से बांकीपुर सीट पर तीनों नेता अपने-अपने पिता की सियासी विरासत को बचाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. 

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इन दिग्गज नेताओं के रिश्तेदार भी मैदान में
पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार के भतीजा पप्पू सिंह कांग्रेस के टिकट पर लालगंज से मैदान में हैं, जिनके खिलाफ बीजेपी से संजय कुमार सिंह, एलजेपी से राजकुमार शाह और आरएलएसपी के दिनेश कुमार कुशवाहा ताल ठोक रहे हैं. इस सीट के मौजूदा विधायक एलेजेपी के राजकुमार शाह हैं. बड़हरिया विधानसभा सीट से आरजेडी के टिकट पर बच्चा पांडेय चुनावी मैदान में हैं, जो बीजेपी के एमएलसी चुन्ना पांडेय के भतीजे हैं. यहां जेडीयू से मौजूदा विधायक श्याम बहादुर सिंह, आरएलएसपी से वंदना कुशवाहा और एलजेपी से बीर बहादुर सिंह किस्मत आजमा रहे हैं.

जेडीयू के टिकट पर दरभंगा ग्रामीण से पूर्व केंद्रीय मंत्री एए फातमी के पुत्र फराज फातमी मैदान में उतरे हैं, जिनके खिलाफ आरजेडी के मौजूदा विधायक ललित यादव एक बार फिर से मैदान में हैं. ऐसे ही पूर्व सांसद कमला मिश्रा मधुकर की पुत्री शालिनी मिश्रा जेडीयू प्रत्याशी के तौर पर केसरिया सीट से मैदान में उतरी हैं. वहीं, आरजेडी से संतोष कुशवाहा, एलजेपी से राम शरण यादव और आरएलएसपी से महेश्वर सिंह मैदान में हैं. 2015 में आरजेडी के राजेंद्र प्रसाद ने जीत दर्ज की थी. इसके अलावा पूर्व मंत्री आरएन सिंह के पुत्र डॉ. संजीव कुमार को परबत्ता और हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य के पुत्र कौशल किशोर और एलजेपी प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज के भाई कृष्ण राज रोसड़ा से हैं, जिनकी किस्मत का फैसला इसी चरण में होना है.

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