Advertisement

बिहार चुनाव: शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा बांकीपुर से मैदान में, पुष्पम प्रिया से होगा मुकाबला

बिहार विधानसभा चुनाव में शत्रुघ्र सिन्हा के बेटे लव सिन्हा पटना के बांकीपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर किस्मत आजमाएंगे. बांकीपुर सीट का मुकाबला काफी दिलचस्प होता नजर आ रहा है, यहां लव सिन्हा के अलावा प्लुरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया और बीजेपी के तीन बार से विधायक नितिन नवीन मैदान में हैं.

शत्रुघ्न सिन्हा और उनके बेटे लव सिन्हा शत्रुघ्न सिन्हा और उनके बेटे लव सिन्हा
कुबूल अहमद
  • नई दिल्ली ,
  • 15 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 5:32 PM IST
  • बांकीपुर सीट से शत्रुघ्र सिन्हा के बेटे चुनाव लड़ेंगे
  • बिहार में बांकीपुर सीट कायस्थ बहुल मानी जाती है
  • बीजेपी इस सीट पर पिछले तीन दशक से काबिज है

फिल्म अभिनता से नेता बने बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने बेटे लव सिन्हा को सियासी पिच पर उतारने का फैसला किया है. बिहार विधानसभा चुनाव में लव सिन्हा पटना के बांकीपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर किस्मत आजमाएंगे. बांकीपुर सीट का मुकाबला काफी दिलचस्प होता नजर आ रहा है, यहां लव सिन्हा के अलावा प्लुरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया और बीजेपी के तीन बार से विधायक नितिन नवीन मैदान में हैं.

Advertisement

बता दें कि पटना साहिब संसदीय सीट से शत्रुघ्न सिन्हा लगातार दो बार चुनावी जंग फतह कर संसद पहुंच चुके हैं, लेकिन दोनों बार वो बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे. कायस्थ मतों की बहुलता के चलते शत्रुघ्न ने इस सीट को अपनी परंपरागत सीट बनाया था. हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में वो कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे थे, बीजेपी ने अपने दूसरे कायस्थ नेता रविशंकर प्रसाद को उतारकर शत्रुघ्न के समीकरण को बिगाड़ दिया था. 

देखें: आजतक LIVE TV 

शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी राजनीतिक विरासत अपने बेटे लव सिन्हा को सौंपने का फैसला किया है और अपनी पुरानी संसदीय सीट के तहत आने वाली बांकीपुर विधानसभा सीट से उन्हें मैदान में उतार रहे हैं. यह सीट कायस्थ बहुल मानी जाती है, लेकिन यादव, मुस्लिम और दलित मतदाता काफी अहम हैं. पिछले तीन दशक से कायस्थ समुदाय से आने वाले नितिन नवीन विधायक चुने जा रहे हैं जबकि इससे पहले उनके पिता नवीन किशोर सिन्हा यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. 

Advertisement

बांकीपुर कायस्थ बहुल सीट

बांकीपुर सीट पर कायस्थ वोट के चलते लव सिन्हा के कांग्रेस के टिकट पर उतरने से यहां मुकाबला काफी दिलचस्प हो सकता है. कांग्रेस के टिकट से चुनाव मैदान में आने से लव सिन्हा को महागठबंधन का भी समर्थन मिल सकता है. इसके अलावा कायस्थ वोटों में भी सेंधमारी कर सकते हैं, क्योंकि शत्रुघ्न यहां से दो बार सांसद रह चुके हैं. यहां की राजनीति में उनकी अपनी पुरानी पकड़ है, और अपने बेटे को जिताने से लिए समर्थन जुटा सकते हैं. 

हालांकि, बीजेपी के नितिन नवीन यहां से तीन बार से विधायक हैं और चौथी बार चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. इस इलाके में उनकी अपनी पकड़ है, लेकिन पूर्व बीजेपी नेत्री और राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रह चुकी सुषमा साहू ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उतरकर उनकी परेशानी बढ़ा दी है. इसके अलावा अखबारों में विज्ञापन के रास्ते राजनीति में प्रवेश करने वाली और अपने आपको बिहार का भावी मुख्यमंत्री कहने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी बांकीपुर से ही चुनाव मैदान में उतरी हैं. 

बागी बढ़ा रहे बीजेपी की मुश्किल
दरअसल, बीजेपी की बागी नेता सुषमा साहू काफी तेज तर्रार महिला नेत्री मानी जाती हैं. वे बिहार प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. केंद्र में नरेंद्र मोदी ने इन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग का सदस्य बनाया था, लेकिन उन्होंने बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन भरा है. वैश्य समाज के तहत आने वाली साहू समाज की सुषमा साहू ने बीजेपी प्रत्याशी नवीन नितिन के लिए टेंशन बढ़ा दिया है, क्योंकि वैश्य समाज बीजेपी का मूलवोटर माना जाता है. 

Advertisement

मीडिया पर लगातार चर्चित रहने के बावजूद सार्वजनिक जगहों पर पुष्पम प्रिया चौधरी भी लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं. ऐसे में महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस ने बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से शत्रुघ्न सिन्हा के बड़े बेटे लव सिन्हा को चुनावी मैदान में उतारकर मुकाबले को रोचक बना दिया है. लव सिन्हा के राजनीतिक करियर की यदि बात करें तो उनकी पहचान शत्रुघ्न सिन्हा से है. ऐसे में लव सिन्हा को जिताने की जिम्मेदारी भी शत्रुघ्न सिन्हा के कंधों पर होगी.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement