
बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है. 10 नवंबर को चुनाव के नतीजे आ रहे हैं. तीसरे चरण के तहत सिकटी सीट पर 53.6% वोटिंग हुई है. यहां सीधी लड़ाई विजय कुमार मंडल (BJP) और डॉक्टर शत्रुघ्न मंडल (RJD) के बीच मानी जा रही है.
सिकटी विधानसभा सीट पर अब तक कुल 10 बार चुनाव हुए हैं, जिसमें तीन बार कांग्रेस, तीन बार बीजेपी, 2 बार निर्दलीय, जनता दल और जेडीयू एक-एक बार जीत हासिल करने में कामयाब हुई हैं. वर्तमान बीजेपी विधायक 2010 में लोक जनशक्ति पार्टी से लड़े थे, तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
2015 के विधानसभा चुनाव में सिकटी सीट पर कमल खिला था. भारतीय जनता पार्टी के विजय कुमार मंडल ने 76995 (46.48%) वोट पाकर कमल खिलाया था. उन्होंने जेडीयू के शत्रुघन प्रसाद सुमन (68889, 41.59%) को हराया था. इस चुनाव 165742 (63%) वोटरों ने मतदान किया था, जबकि 241 पोलिंग स्टेशन बनाए गए थे. सिकटी विधानसभा क्षेत्र शुरू से ही अनारक्षित सीट रहा है.
सिकटी विधानसभा 1977 में अस्तित्व में आया
बिहार के अररिया जिले का सिकटी विधान सभा क्षेत्र 1977 में अस्तित्व में आया था. इससे पहले यह पलासी विधान सभा क्षेत्र में था. 2009 के परिसीमन के बाद इस क्षेत्र में भौगालिक व सामाजिक परिवर्तन हुए, जिसके बाद किशनगंज लोकसभा में शामिल सिकटी विधानसभा को अररिया लोकसभा से जोड़ दिया गया. तीन प्रखंडों की 37 पंचायतों को मिलाकर सिकटी विधानसभा क्षेत्र का गठन किया गया था. इसमें पलासी प्रखंड की 10, सिकटी की 14 व कुर्साकांटा प्रखंड की 13 पंचायतें शामिल हैं.
वोटरों की संख्या लगभग-259046
पुरुष- 52.75%
महिलाएं- 47.25%
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