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बिहार: पहले फेज में RJD के 73, BJP के 72 फीसदी कैंडिडेट के खिलाफ आपराधिक मुदकमा

ADR की रिपोर्ट बताती है कि पहले फेज में चुनाव लड़ रहे 328 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज है. 244 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं, 1064 में 375 उम्मीदवार करोड़पति हैं.

बिहार में प्रचार अभियान की तस्वीर (फोटो- पीटीआई) बिहार में प्रचार अभियान की तस्वीर (फोटो- पीटीआई)
आनंद पटेल
  • नई दिल्ली,
  • 20 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 5:52 PM IST
  • 328 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज
  • रेप के आरोपी भी माननीय बनने की कतार में
  • आरजेडी के 95 फीसदी कैंडिडेट हैं करोड़पति

राजनीति को अपराध मुक्त करने के हजारों दावे हों, लेकिन जब चुनाव में स्वच्छ छवि के उम्मीदवारों को टिकट देने की बात आती है तो इस कोशिश में सभी पार्टियां जनता की उम्मीदों पर पानी फेर देती हैं. 

बिहार विधानसभा के पहले चरण के चुनाव में ऐसा ही दिख रहा है. यहां पर बड़ी संख्या में आपराधिक छवि के नेता 'माननीय' बनने की कतार में हैं. द एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने पहले फेज में चुनाव लड़ रहे 1066 में से 1064 उम्मीदवारों के हलफनामे का विश्लेषण किया है. 

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328 के खिलाफ आपराधिक मुकदमा

इस निष्कर्ष से पता चलता है कि पहले फेज में चुनाव लड़ रहे 328 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज है. 244 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं, 1064 में 375 उम्मीदवार करोड़पति हैं. आपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को टिकट देने में कोई पार्टी पीछे नहीं है. 

बड़े राजनीतिक दलों में आरजेडी के 73 फीसदी उम्मीदवारों (41 में से 30) के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज है. बीजेपी इस रेस में थोड़ी ही पीछे है, बीजेपी के 72 फीसदी उम्मीदवारों (29 में 21) के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज है. दूसरी पार्टियों में लोक जन शक्ति पार्टी के 59 फीसदी उम्मीदवारों (41 में से 24) ने अपने हलफनामे में आपराधिक केस का जिक्र किया है. वहीं कांग्रेस के लिए ये आंकड़ा 57 प्रतिशत , जेडीयू के लिए 43 प्रतिशत है. 

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3 उम्मीदवारों के खिलाफ बलात्कार का आरोप

पहले चरण में 29 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ महिलाओं के प्रति अपराध के मामले दर्ज हैं, इन 29 में से 3 उम्मीदवारों के खिलाफ बलात्कार का भी मुकदमा दर्ज है. 

21 प्रत्याशी के खिलाफ IPC की 302 की धारा

पहले चरण में  21 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ हत्या के मामले दर्ज हैं. 62 कैंडिडेट ऐसे हैं जिनके खिलाफ हत्या की कोशिश (307) का मामला दर्ज है. 

बता दें कि 13 फरवरी 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि राजनीतिक दलों को कारण बताना होगा कि उन्होंने आपराधिक मुकदमों का सामना कर रहे लोगों को टिकट क्यों दिया है. 

आरजेडी से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी सबसे ज्यादा घनाढ्य हैं. आरजेडी के 95 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि जेडीयू के 31 फीसदी और बीजेपी के 83 फीसदी और एलजेपी के 73 फीसदी कैंडिडेट करोड़पति हैं. 

अनंत सिंह की 'अनंत' अमीरी

पहले चरण में आरजेडी कैंडिडेट अंनत कुमार सिंह सबसे अमीर हैं उनके पास 68 करोड़ की संपत्ति है, दूसरे स्थान पर बरबीघा से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के गजानंद शाही हैं उनके पास 61 करोड़ की संपत्ति है, जबकि तीसरे स्थान पर अतरी से जेडीयू कैंडिडेट मनोरमा देवी हैं, उनकी संपत्ति आधा अरब रुपये है.

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