
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार कुछ ऐसे नेता भी हैं जिनकी उम्र वक्त की रफ्तार से भी तेज बढ़ी है. जबकि कुछ ऐसे भी हैं जिनकी उम्र बढ़ते वक्त के साथ या तो घट रही है या फिर ठहर सी गई है. आप सोच सकते हैं कि भला ऐसा कैसे हो सकता है? लेकिन ऐसा हुआ है. चुनावी मैदान में उतरे नेताओं के नामांकन पत्र में दर्ज सूचनाएं कुछ ऐसा ही कह रही हैं. आइए आपको मिलवाते हैं ऐसे नेताओं से जिनकी दास्तान-ए-उमर हैरतअंगेज है.
पांच साल में 10 साल बढ़ी ज्ञानेंद्र की उम्र
बाढ़ सीट के विधायक ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह एक बार फिर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. 2015 के विधानसभा चुनाव में नामांकन के वक्त हलफनामे में इन्होंने अपनी उम्र 51 वर्ष घोषित की थी. लेकिन इस बार के नामांकन में उन्होंने अपनी उम्र 61 साल घोषित की है. पांच साल में उनकी उम्र 10 साल कैसे बढ़ गई, ये वैज्ञानिकों के लिए रिसर्च टॉपिक हो सकता है.
ये भी पांच साल में बढ़ गए 10 साल
जेडीयू नेता एवं मंत्री जय कुमार सिंह दिनारा सीट से तीन पर विधानसभा पहुंचे हैं. इस बार भी जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. ये भी उन दुर्लभ नेताओं में हैं, जिनकी उम्र वक्त की रफ्तार से तेज बढ़ रही है. पिछले चुनाव यानी 2015 में नामांकन के वक्त इन्होंने अपनी उम्र 46 साल घोषित की थी. जबकि इस बार के नामांकन में वो अपनी उम्र 56 साल दर्शा रहे हैं.
पांच साल में इनकी उम्र बढ़ी आठ साल
रामानंद मंडल जेडीयू के टिकट पर इस बार सूर्यगढ़ा सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं. ये भी कुदरत का करिश्मा नेताओं में एक हैं. इस बार नामांकन में इन्होंने अपनी उम्र 55 साल बताई है. हालांकि गौर करने वाली बात ये है कि 2015 में ये लखीसराय सीट से चुनाव लड़े थे. तब के हलफनामे में इन्होंने ने अपनी उम्र 47 साल घोषित की थी. मतलब साफ है कि पांच साल में इनकी उम्र आठ साल बढ़ चुकी है.
बैक गियर में हैं सरोज, तीन साल घटी उम्र
बड़हरा के विधायक सरोज यादव की कहानी अलग है. पांच साल में इनकी उम्र में तीन साल की आश्चर्यजनक कमी आई है. सरोज यादव इस बार भी आरजेडी के टिकट पर बड़हरा सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं. नामांकन में इन्होंने अपनी उम्र 30 साल दर्शाई है. जबकि 2015 के चुनाव के वक्त नामांकन में इन्होंने अपनी उम्र 33 साल बताई थी. यानी, इनकी उम्र बढ़ने की बजाय पांच साल में तीन साल घटी है.
इनके के लिए मानो ठहर गया है वक्त
कटोरिया विधानसभा सीट पर निक्की हेम्ब्रम बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. इनके लिए मानो वक्त थम सा गया है. बीते पांच सालों में देश और दुनिया में क्या कुछ नहीं बदला है, लेकिन अगर नहीं बदली है तो वो है उनकी उम्र. 2015 के चुनावी हलफनामे में निक्की हेम्ब्रम की उम्र 42 थी. इस बार भी नामांकन में इन्होंने अपनी उम्र 42 ही घोषित की है.
इनकी भी अजब उम्र की है गजब कहानी
राजेश कुमारः
कुटुम्बा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजेश कुमार ने इस बार नामांकन में अपनी उम्र 51 वर्ष घोषित की है. जबकि बिहार विधानसभा की वेबसाइट पर उनकी जन्मतिथि 28 जनवरी 1976 दर्ज है. इस हिसाब से उनकी मौजूदा उम्र 53 साल होती है.
बृजकिशोर विंद:
चैनपुर सीट पर मौजूदा विधायक बृजकिशोर विंद एक बार फिर बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. विधानसभा की वेबसाइट पर उनकी जन्मतिथि एक जनवरी 1966 दर्ज है. इस हिसाब से इनकी वर्तमान आयु 54 साल 9 माह होनी चाहिए. लेकिन 2015 में इन्होंने अपनी उम्र 56 और इस बार के नामांकन में अपनी उम्र 61 साल घोषित की है.
सत्यदेव सिंहः
कुर्था से जेडीयू प्रत्याशी सत्यदेव सिंह ने इस बार के नामांकन हलफनामे में अपनी उम्र 61 साल बताई है. 2015 के नामांकन में ये 56 साल के थे. जबकि बिहार विधानसभा की वेबसाइट पर इनकी डेट ऑफ बर्थ 20 जून 1950 दर्ज है. इस हिसाब से ये वास्तविकता में 70 प्लस एज ग्रुप वाले हो चुके हैं.
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