
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में खुद को गरीब किसान बताने वाले नेताओं की संपत्ति करोड़ों की है. ये हम नहीं बल्कि नेताओं द्वारा चुनाव के लिए दिए गए शपथ पत्र कह रहे हैं. अब बड़ा सवाल ये भी है कि जहां नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (एनएसएसओ) द्वारा वर्ष 2012-13 में किसानों की मासिक आय पर किए गए सर्वे में बिहार के किसानों की आय मात्र 3558 रुपये हैं, तो ये किसान नेता करोड़पति कैसे बन गए?
इन नेताओं का पेशा किसानी
जहां एक ओर बिहार के किसान अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं, तो वहीं बिहार के किसान नेता करोड़ों में खेल रहे हैं. दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के पहले चरण में 1065 प्रत्याशी मैदान में हैं. इन प्रत्याशियों के शपथ पत्रों के अनुसार 42 प्रत्याशियों का पेशा किसानी है, वहीं 93 अन्य ऐसे प्रत्याशी हैं, जिन्होंने कृषि को अन्य व्यवसाय के साथ पेशा बताया है.
इनके पास सबसे ज्यादा खेत
बिहार के इन किसान नेताओं की बात करें, तो औरंगाबाद के भाजपा प्रत्याशी रामाधार सिंह के सबसे ज्यादा जमीन 29.39 एकड़ के मालिक हैं. वहीं दूसरे नंबर पर जमालपुर से कांग्रेस उम्मीदवार अजय सिंह के पास 27.75 एकड़ जमीन है. तीसरे नंबर पर मोकामा से जेडीयू के प्रत्याशी राजीव लोचन नारायण सिंह के पास 22.5 एकड़ जमीन है.
ऐसे प्रत्याशी जो किसान हैं, लेकिन खेत नहीं
वहीं इन 42 प्रत्याशियों में से दो प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जो किसान तो हैं, लेकिन इनके पास खेत नहीं है. चकाई से भारतीय लोकमत राष्ट्रवादी पार्टी के मो. तबरेज अंसारी और बाढ़ से रालोसपा के उम्मीदवार राकेश सिंह के पास खेती के अलावा इनकी अचल संपत्ति भी शून्य है.
ये हैं तीन अमीर किसान नेता
बिहार के तीन अमीर किसान नेताओं की बात की जाए, तो सबसे पहले नाम आता है जेडीयू के मोकामा प्रत्याशी राजीव लोचन का. इनके पास कुल संपत्ति करीब 9 करोड़ की है. वहीं दूसरे नंबर पर रालोसपा के अतरी से प्रत्याशी अजय कुमार सिन्हा, जिनकी कुल संपत्ति 6 करोड़ 75 लाख है. वहीं औरंगाबाद से भाजपा प्रत्याशी रामाधार सिंह के पास कुल संपत्ति 4 करोड़ 89 लाख है.
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