
दरभंगा विधानसभा सीट पर इस बात का मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा. राष्ट्रीय जनता दल(आरजेडी) प्रत्याशी ललित कुमार ने जनता दल(यूनाइटेड) प्रत्याशी फराज फातमी को मात दी. हालांकि जीत का अंतर बेहदम कम रहा. महागठबंधन ने महज 2,141 वोटों से एनडीए के खिलाफ जीत दर्ज की. ललित कुमार यादव को जहां 41.26 फीसदी वोट पड़े, तो वहीं 39.9 फीसदी वोट पड़े. ललित कुमार को कुल 64,929 वोट और फराज फातमी को 62,788 वोट पड़े. लोजपा के प्रदीप कुमार ठाकुर को 17,586 वोट पड़े. वे तीसरे नंबर पर रहे.
बिहार में एनडीए की सरकार बननी तय मानी जा रही है. लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का गढ़ मानी जाने वाली दरभंगा ग्रामीण विधानसभा सीट के परिणाम पर भी सबकी नजरें टिकी थीं. दरभंगा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में दूसरे चरण यानी 3 नवंबर को वोटिंग हुई थी. दरभंगा ग्रामीण सीट पर 54.02 फीसदी मतदाताओं ने अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए वोट किया था.
आरजेडी ने बरकरार रखा कब्जा!
दरभंगा ग्रामीण विधानसभा सीट 2005 से ही आरजेडी के कब्जे में है. दरभंगा ग्रामीण से इस समय आरजेडी के ललित कुमार यादव विधायक हैं.एक बार फिर जनता ने ललित यादव पर ही भरोसा जताया है. ललित के सामने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने फराज फातमी को चुनाव मैदान में उतारा है. लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के टिकट पर प्रदीप कुमार ठाकुर, बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर सुनील कुमार मंडल भी चुनाव लड़ रहे हैं.
ललित के सामने इस सीट से जीत की हैट्रिक लगाने और पार्टी का कब्जा बरकरार रखने की चुनौती थी. ललित ने 2015 के विधानसभा चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जीतनराम मांझी की पार्टी हम के नौशाद अहमद को हराया था. पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के उम्मीदवार को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था. तब इस सीट से 12 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी.
इससे पहले 2010 के विधानसभा चुनाव में भी आरजेडी के ललित कुमार यादव ही विधायक चुने गए थे. तब जेडीयू के अशरफ हुसैन दूसरे स्थान पर रहे थे. साल 2010 से पहले यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी. इस सीट पर पहली बार 1977 में चुनाव हुआ था. तब जनता पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे जगदीश चौधरी विधानसभा पहुंचने में सफल रहे थे.