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बिहार विधानसभा चुनाव 2020: प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी भी करेंगे चुनावी ड्यूटी?

मतदान केन्द्रों की संख्या बढ़ने से चुनाव कर्मचारियों की भी बड़ी संख्या में आवश्यकता होगी, इसके लिए अब प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी में लगाने का प्लान तैयार किया जा रहा है.

कुल 42 हजार कर्मचारी चुनावी ड्यूटी में रहेंगे (File Photo) कुल 42 हजार कर्मचारी चुनावी ड्यूटी में रहेंगे (File Photo)
aajtak.in
  • पटना,
  • 08 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 11:35 PM IST
  • चुनाव में कोरोना के संक्रमण से बचना बड़ी चुनौती
  • कुल 42 हजार कर्मचारी चुनावी ड्यूटी में रहेंगे
  • बैंक और फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों पर नजर

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचना एक बड़ी चुनौती है. इस चुनौती से निपटने के लिए मतदान केन्द्रों की संख्या बढ़ा दी गई. मतदान केन्द्रों की संख्या बढ़ने से चुनाव कर्मचारियों की भी बड़ी संख्या में आवश्यकता होगी, इसके लिए अब प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी में लगाने का प्लान तैयार किया जा रहा है. 

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बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचना एक बड़ी चुनौती है. इस चुनौती से निपटने के लिए मतदान केन्द्रों की संख्या बढ़ा दी गई. मतदान केन्द्रों की संख्या बढ़ने से चुनाव कर्मचारियों की भी बड़ी संख्या में आवश्यकता होगी, इसके लिए अब प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी में लगाने का प्लान तैयार किया जा रहा है. 

42 हजार कर्मचारियों की जरूरत

राजधानी पटना में जहां लोकसभा चुनाव के दौरान 24 हजार कर्मचारियों की सूची तैयार की गई थी, तो वहीं विधानसभा चुनाव 2020 के लिए 42 हजार कर्मचारियों की सूची तैयार की गई है. चुनाव अधिकारियों का कहना है कि पटना जिले में लगभग 35 हजार कर्मचारी मतदान केन्द्रों पर भेजे जाएंगे. इसके अलावा सेक्टर मजिस्ट्रेट, बीएलओ और पुलिस के अधिकारी मिलाकर कुल 42 हजार कर्मचारी चुनावी ड्यूटी में रहेंगे.

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2300 नए मतदान केन्द्र 
पटना में इस बार मतदान केन्द्रों की संख्या बढ़ा दी गई है. 2300 नए मतदान केन्द्र बनाए गए हैं. इसलिए मतदान कर्मियों की आवश्यकता भी अधिक होगी. चुनाव आयोग का निर्देश है कि कोविड 19 के कारण मतदान केन्द्रों पर भीड़ नहीं लगने दी जाए, इसलिए जिन मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की संख्या अधिक थी, उनके पास ही सहायक मतदान केन्द्र बनाए गए हैं. ताकि मतदाताओं की भीड़ दो केन्द्रों पर बट सके.

बैंक और फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों पर नजर: चुनावी ड्यूटी में कर्मचारियों की संख्या पूरी करने के लिए बैंक और फाइनेंस कंपनियों से जुड़े कर्मचारियों  पर नजर है. चुनाव के दौरान इनकी ड्यूटी लगाई जा सकती है.अधिकारियों का कहना है कि कर्मचारियों की कमी होने पर प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों का सहारा लेना पड़ सकता है. ऐसे कर्मचारियों की ड्यूटी माइक्रो ऑब्जर्वर के रूप में लगेगी. हालांकि इस मामले में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है.

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