Advertisement

Patna: कौन हैं कांग्रेस में शामिल हुईं फौजिया राना? CAA प्रोटेस्ट से है ये कनेक्शन

फौजिया रायबरेली में जन्मे मशहूर उर्दू शायर मुनव्वर राना की छोटी बेटी हैं. उनकी बड़ी बहन का नाम सुमैय्या राना है. मुनव्वर राना ने बताया कि फौजिया बचपन से ही उदारवादी विचारों की रही हैं.

कांग्रेस में शामिल हुई मुनव्वर राणा की बेटी फौजिया ने उड़ा दी थी यूपी सरकार की नींद. कांग्रेस में शामिल हुई मुनव्वर राणा की बेटी फौजिया ने उड़ा दी थी यूपी सरकार की नींद.
aajtak.in
  • पटना,
  • 03 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 2:38 PM IST
  • लखनऊ में CAA के खिलाफ प्रदर्शन के बाद आईं चर्चा में
  • शाहीन बाग के बाद फौजिया ने लखनऊ में धरना दिया
  • मशहूर उर्दू शायर मुनव्वर राना की छोटी बेटी हैं फौजिया

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दंगल में कई रणयोद्धा उतरने के लिए तैयार हैं. ऐसे में मशहूर उर्दू शायर मुनव्वर राना की बेटी फौजिया की कांग्रेस में एंट्री से बिहार का चुनावी माहौल और भी गर्म हो गया है. CAA के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान फौजिया चर्चा में आईं. शाहीन बाग के बाद फौजिया ने लखनऊ में धरना दिया था. इस प्रदर्शन के बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. फौजिया ने तंज कसते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को इसके लिए शुक्रिया कहा था.

Advertisement

फौजिया रायबरेली में जन्मे मशहूर उर्दू शायर मुनव्वर राना की छोटी बेटी हैं. उनकी बड़ी बहन का नाम सुमैय्या राना है. मुनव्वर राना ने बताया कि फौजिया बचपन से ही उदारवादी विचारों की रही हैं. लोगों की सेवा करना अपना मुख्य काम मानती हैं. फौजिया की समाजसेवा का ये क्रम उनकी शादी के बाद भी जारी है.

शहूर उर्दू शायर मुनव्वर राणा की छोटी बेटी हैं फौजिया राणा.

फौजिया का निकाह वर्ष 2001 में बिहार के पटना में हुआ. उनके पति का नाम अश्फाक अहसान है, जो सईद निहाल अहसान कॉलेज, बरह, पटना में प्रोफेसर हैं. मुनव्वर राना ने बताया कि फौजिया समाजसेवा के साथ ही अपने शौहर के साथ इस कॉलेज में पढ़ाती भी हैं. फौजिया की दो बेटियां हैं. बड़ी बेटी मनाल 17 वर्ष की है जबकि छोटी बेटी लियान की उम्र 15 साल है.

CAA के खिलाफ हुए प्रदर्शन के बाद आईं चर्चा में

Advertisement

फौजिया CAA के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान चर्चा में आई थीं. वो शाहीन बाग भी पहुंची थीं. फौजिया ने लखनऊ में भी धरना दिया था. उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. तब फौजिया ने कहा था कि हमने लखनऊ में धरना दिया, आवाज उठाने पर उत्तर प्रदेश सरकार ने हम पर एफआईआर की और 4-4 धाराएं लगाईं. फौजिया ने तंज कसते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को इसके लिए शुक्रिया कहा था.

ये भी पढ़ें

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement