
गुरूआ विधानसभा सीट पर शानदार जीत हासिल करते हुए आरजेडी के विनय कुमार ने इस क्षेत्र को बीजेपी से छीन लिया है. 2015 में इस सीट पर बीजेपी के राजीव नंदन जीते थे. लेकिन इस बार उन्हें हार मिली है, उन्हें आरजेडी उम्मीदवार ने 6599 वोट से हराया है. इस सीट पर आरजेडी को 39.55 फीसदी वोट मिला है, जबकि बीजेपी उम्मीदवार को 35.86 फीसदी वोट मिले हैं. यहां पर पहले चरण में मतदान हुआ था. इस दौरान 62.06 फीसदी लोगों ने वोट डाले थे.
अगर बिहार के अंतिम नतीजों की बात करें तो नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार 243 में से 125 सीटों पर विजयी रहे हैं. यह बहुमत के लिए जरूरी 122 के जादुई आंकड़े से तीन अधिक है. जबकि आरजेडी की अगुवाई वाले विपक्षी महागठबंधन को 110 सीटों पर जीत मिली है.
कौन-कौन थे मैदान में?
राष्ट्र सेवा दल- ब्रजेश पांडेय
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक)- सुधीर कुमार वर्मा
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- रामाधार सिंह
राष्ट्रीय जनता दल- विनय कुमार
बहुजन समाज पार्टी- राघवेंद्र नारायण यादव
भारतीय जनता पार्टी- राजीव नंदन
औरंगाबाद लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली यह सीट 1977 में वजूद में आई थी. पहले चुनाव में जनता पार्टी के उपेंद्र नाथ वर्मा जीते थे. इसके बाद 1980 और 1985 के चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की. 1990 और 1995 के चुनाव में रामाधर सिंह ने बतौर निर्दलीय जीत दर्ज की.
इसके बाद 2000, 2005 (फरवरी) और 2005 (अक्टूबर) में आरजेडी के शकील अहमद खान ने जीत दर्ज की. 2010 में इस सीट पर बीजेपी का खाता खुला और उसके प्रत्याशी सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा ने जीत दर्ज की. इसके बाद 2015 के चुनाव में बीजेपी के राजीव नंदन ने जीत दर्ज की.
सामाजिक ताना बाना
2011 के जनगणना के अनुसार, गुरूआ सीट की कुल जनसंख्या 426171 है जिसमें से 98.78 प्रतिशत ग्रामीण है. वहीं 1.22 प्रतिशत जनसंख्या शहरी. यहां अनुसूचित जाति कुल जनसंख्या में 32.4 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखती है. वहीं अनुसूचित जनजाति 0.03 प्रतिशत की. 277148 मतदाता है. 2015 में 54.52 फीसदी मतदान हुआ था.
2015 के चुनावी नतीजे
2015 के चुनाव में बीजेपी के राजीव नंदन को 56 हजार 480 वोट मिले थे, जबकि जेडीयू के रामचंद्र प्रसाद सिंह को 49 हजार 965 वोट मिला था. राजीव नंदन ने 6515 वोटों से रामचंद्र प्रसाद सिंह को धूल चटाई थी.