
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार तेजी पर है. सियासी घमासान शुरू हो चुका है. आठ दिन बाद पहले चरण के चुनावों के लिए वोटिंग होनी है. उन सभी सीटों के लिए सियासी पार्टियों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. चुनाव प्रचार के दौरान प्रतिद्वंदी दल एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं.
केंद्र सरकार में एनडीए का हिस्सा लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) बिहार चुनाव में अलग होकर मैदान में उतरी है. एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर हैं. वहीं राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव भी अपनी हर रैली में नीतीश कुमार के 16 साल के कार्यकाल पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
मगर इन सब खींचतान के बीच मंगलवार शाम को एक अलग तस्वीर देखने को मिली जो अपने आप में एक मुकम्मल कहानी बयां कर रही है. उस तस्वीर के लिए अलग से कैप्शन लिखे जाने की जरूरत नहीं है.
दरअसल, एलजेपी के दिवंगत संस्थापक रामविलास पासवान के श्राद्ध कार्यक्रम में मंगलवार शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पहुंचे. इन दोनों नेताओं के बीच में चिराग पासवान बैठे नजर आए लेकिन तीनों नेताओं के बीच संवादहीनता दिखी.
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बता दें कि एनडीए और महागठबंधन में सियासी जोर के बीच एक चैलेंज चिराग पासवान का भी है. वह एक तरफ लगातार नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ करते भी नहीं थक रहे हैं.