
बिहार चुनाव से पहले सासाराम विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों ने जल सत्याग्रह शुरू कर दिया है. पानी में अर्धनग्न हालत में बैठे ग्रामीणों ने ऐलान किया है कि किसी भी दल के नेता को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा. चुनाव आने पर ये नेता गांव की दौड़ लगाते हैं, लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद गायब हो जाते हैं. गांव के विकास के लिए कोई काम नहीं किया जाता है. इस बार आश्वासन नहीं काम चाहिए.
सासाराम विधानसभा क्षेत्र के अमरा तालाब बभनपुरवा सड़क मार्ग पर ग्रामीणों ने जल सत्याग्रह शुरू किया है. सड़क पर भरे पानी में ग्रामीण अर्धनग्न होकर बैठ गए हैं. ग्रामीणों द्वारा यह प्रदर्शन पिछले दो दिनों से जारी है. आज तीसरे दिन ग्रामीणों ने ग्राम यात्रा शुरू कर दी है. ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम यात्रा के माध्यम से ग्रामीणों को जागरुक किया जा रहा है. इसके बाद एक महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी.
महापंचायत का आयोजन किया जाएगा
इस गांव के रहने वाले कालिका प्रसाद ने बताया कि जिला मुख्यालय सासाराम सहित तकरीबन 50 गांव को जोड़ने वाला अमरा बभनपुरवा सड़क मार्ग पिछले 40 सालों से जर्जर हालत में है. आलम ये है कि इस सड़क पर वाहन चलना तो दूर, पैदल चलना भी बेहद मुश्किल है. एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि 40 हजार की आबादी वाले इस गांव की सड़क के लिए कई बार विधायक अशोक कुमार और सांसद छेदी पासवान से कहा गया, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई. वहीं महिलाओं का कहना है कि नेता आते हैं और सड़क निर्माण का आश्वासन देकर चले जाते हैं.
बभनपुरवा सड़क मार्ग पिछले 40 सालों से जर्जर हालत में
सड़क पर भरे पानी में बैठे ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव 2020 में वोट न करने का ऐलान किया है. इसके साथ ही नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. बता दें कि सासाराम विधानसभा क्षेत्र से जहां भाजपा के जवाहर प्रसाद पांच बार विधायक रह चुके हैं, वहीं वर्तमान विधायक अशोक कुमार आरजेडी से पाला बदल जेडीयू के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. वहीं एलजेपी से रामेश्वर चौरसिया भी चुनावी जंग में हैं. आरजेडी ने यहां से राजेश गुप्ता को चुनावी मैदान में उतारा है.