
बिहार में विधानसभा चुनाव की डुगडुगी बजने वाली है. राज्य में इस बार मुख्य मुकाबला आरजेडी और उसके सहयोगी दल और NDA प्रत्याशियों के बीच होना है. राज्य का मुंगेर जिला साक्षरता दर में बिहार के अग्रणी जिलों में है. यहां साक्षरता दर 76.87 प्रतिशत है. इसके साथ ही यहां कई बेहतरीन शिक्षण संस्थान भी हैं. जिले में कुल 9 प्रखंड हैं. मुंगेर जिले में एशिया का पहले रेल कारखाना खुलने के बाद भी यहां औद्योगिक विकास नहीं हो सका. जिले में बिहार स्कूल ऑफ योगा है जो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
मुंगेर जिले में किसी एक पार्टी का दबदबा नहीं रहा है. यहां पर शुरुआती चुनावों में कांग्रेस को जीत मिलती रही. मुंगेर में अब आरजेडी और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला होता है. दोनों ही पार्टियों के बीच यहां पर कड़ी टक्कर देखने को मिलती है.
सामाजिक ताना-बाना
2011 की जनगणना के अनुसार, मुंगेर जिले की कुल जनसंख्या 1367765 है. इसमें शहरी क्षेत्र की जनसंख्या 317847 है. लिंगानुपात के मामले में यहां प्रति 1000 पुरुष पर 876 महिलाएं हैं. मुंगेर जिले में यहां का किला ऐतिहासिक धरोहरों में गिना जाता है. बंगाल के अंतिम नवाब मीरकासिम का प्रसिद्ध किला यहीं पर स्थित है. यह किला गंगा नदी के किनारे बना हुआ है. राज्य में आज भी विकास ही मुख्य मुद्दा है.
2015 का जनादेश
मुंगेर जिले में कुल तीन विधानसभा सीटें हैं- तारापुर, मुंगेर और जमालपुर. तारापुर विधानसभा सीट की बात करें तो 2015 में यहां से जेडीयू के एमएल चौधरी 66411 वोटों के साथ सबसे आगे रहे. दूसरे नंबर पर HAMS प्रत्याशी 54464 वोट हासिल कर सके. मुंगेर विधानसभा सीट पर आरजेडी को बीजेपी से कड़ी टक्कर मिली, लेकिन जीत आरजेडी प्रत्याशी विजय कुमार को मिली. उन्हें कुल 77216 वोट जबकि बीजेपी प्रत्याशी प्रनव को 72851 वोट मिले. जिले की जमालपुर विधानसभा सीट पर जेडीयू के शैलेष कुमार 67273 वोट के साथ नंबर एक पर और 51797 वोट के साथ एलजेपी के हिमांशु नंबर दो पर रहे.