
बिहार के चुनावी दंगल में महागठबंधन के साथ आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियां हैं. इस महागठबंधन का नेतृत्व तेजस्वी यादव कर रहे हैं. बुधवार को आजतक से खास बातचीत में महागठबंधन को लेकर तेजस्वी यादव ने अपनी राय साझा की. महागठबंधन में कांग्रेस के कमजोर होने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि हम सब साथ हैं. कांग्रेस पुरानी पार्टी है. जिन सीटों पर कांग्रेस लड़ रही हैं, वहां आरजेडी ही है और जहां हम लड़ रहे हैं वहां बाकी सहयोगी दल हैं.
वहीं, जो लोग आरजेडी से अलग हो गए उन पर तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन एक-दूसरे को मजबूत करने के लिए होता है, अतिमहत्वाकांक्षा कहीं से भी ठीक नहीं है. जीतन राम मांझी और मुकेश साहनी का इस्तेमाल हो रहा है. छोटी पार्टियों को तरजीह ना देने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि जीतन राम मांझी को भगाया नहीं गया था. वो खुद गए थे.
चिराग पासवान से रिश्ते पर तेजस्वी ने कहा कि मैं और चिराग 2010 में पूरी तरह से राजनीति में आए थे. मैं रणजी ट्रॉफी खेलकर आया था और चिराग फिल्म इंडस्ट्री से लौट थे. चिराग पासवान से हमारा पारिवारिक रिश्ता है. रामविलास पासवान, लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के दौर से हमारे रिश्ते हैं.
एलजेपी से हाथ मिलाने पर तेजस्वी ने कहा कि हम बहुमत में आ रहे हैं, इसलिए क्यों किसी के पास जाएंगे, हम क्यों किसी का हाथ पकड़कर लाएंगे. चिराग खुद नीतीश कुमार के खिलाफ हैं और बीजेपी से अलग होकर चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि 10 नवंबर को नीतीश कुमार की विदाई हो रही है और महागठबंधन सत्ता में आ रही है.
हम भीड़ को कैसै रोक सकते हैं...
कोरोना काल में रैली में उमड़ रहे जनसैलाब पर तेजस्वी ने कहा कि हम भीड़ को कैसै रोक सकते हैं. हम डंडा लेकर तो खड़े नहीं हो सकते हैं. तेजस्वी ने कहा कि कोरोना को देखते हुए हमने चुनाव आयोग से वोटरों के इंश्योरेंस की मांग की थी. साथ ही हालात बेहतर ना होने पर चुनाव आगे कराने की भी बात कही थी, लेकिन अब चुनाव हो रहा है तो हम भी चुनाव आयोग के साथ हैं. तेजस्वी ने कहा कि हर वर्ग के लोग नीतीश कुमार से नाराज और निराश हैं. वो अपने काम का हिसाब क्यों नहीं दे रहे हैं. तेजस्वी ने पूछा कि नीतीश कुमार ने कितने प्रवासी मजूदरों को नौकरी दी है?