
नेताओं की कहीं भी देरी से पहुंचने की आदत है, लेकिन ये आदत आज राष्ट्रीय जनता पार्टी की प्रत्याशी सपना कुमारी के लिए काफी महंगी साबित हुई. महज दो मिनट की देरी के चलते वे जमालपुर विधानसभा से नामांकन नहीं कर पाईं. उन्होंने लाख मिन्नतें कीं, लेकिन ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा जवानों ने उन्हें निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया.
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के प्रथम चरण के लिए आज नामांकन प्रक्रिया का अंतिम दिन था. इसके चलते मुंगेर जिले की विधानसभाओं के लिए नामांकन की होड़ लगी रही. समय से पहुंचने वाले तो निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में प्रवेश कर गए, लेकिन महज दो मिनट की देरी से नामांकन कार्यालय पहुंची राष्ट्रीय जनता पार्टी की सपना को सुरक्षाकर्मियों ने बाहर ही रोक लिया.
सपना को तीन बजे से पहले पहुंचना था, लेकिन वे तीन बजकर दो मिनट पर पहुंची. अपने अधिवक्ता राजकुमार पासवान के साथ नामांकन का पर्चा दाखिल करने पहुंची सपना ने सुरक्षाकर्मियों से खूब मिन्नत की, लेकिन उन्हें प्रवेश नहीं मिला.
वहीं दो मिनट की देरी का सपना को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा. बिहार विधानसभा चुनाव में मुंगेर जिले की जमालपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का सपना भी टूट गया. नामांकन न कर पाने से निराश सपना कुमारी ने कहा कि कोर्ट में कुछ डॉक्यूमेंट तैयार कराने के चक्कर में दो मिनट की देरी हो गई थी. सुरक्षाकर्मियों ने उनकी कोई बात नहीं सुनी.
(रिपोर्ट: गोविंद कुमार)
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