
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है. इसके चलते सियासी संग्राम तेज हो गया है. राजनीतिक पार्टियां दिल्ली की सियासी जंग जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रही हैं. आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है.
दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा, पार्टी नेता आनंद शर्मा और अजय माकन ने दिल्ली चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी का मेनिफेस्टो जारी किया. कांग्रेस ने मेनिफेस्टो में 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने और बिजली बचाने पर कैश बैक देने का वादा किया है. इसके साथ ही युवा स्वाभिमान योजना के तहत स्नातक युवाओं को 5,000 रुपये और स्नातकोत्तर युवाओं को 7,500 रुपये प्रति माह बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया है.
कांग्रेस ने दिल्ली में 100 इंदिरा कैंटीन खोलने का वादा किया है, जिसमें 15 रुपये में खाना दिया जाएगा. इन कैंटीन को महिलाएं चलाएंगी. इसके अलावा कांग्रेस ने दिल्ली की सत्ता पर आने के बाद नागरिकता संशोधन अधिनियम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की भी घोषणा की है. कांग्रेस ने सत्ता में आने पर दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में पांच साल में 35 हजार करोड़ रुपये खर्च करने और विकसित करने का भी वादा किया है. साथ ही झुग्गी-झोपड़ियों को पक्का करने का ऐलान किया है.
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वहीं, आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 300 यूनिट बिजली कम दाम में पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में दिलवा दें तो हम मान जाएंगे कि कांग्रेस दिल्ली में भी ऐसा कर सकती है. फिलहाल पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार है.
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आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस जिन राज्यों में सत्ता में है, वहां स्कूल और शिक्षा का हाल खराब है. कांग्रेस की असलियत सब जानते हैं. यह वही कांग्रेस है, जो दिल्ली की सत्ता में रहने के दौरान हर साल बिजली के दाम बढ़ाती थी. कांग्रेस के घोषणापत्र की बातों पर कोई यकीन नहीं करने वाला है.