Advertisement

गोवा: TMC का कांग्रेस और भाजपा पर हमला, बताया- 'कांग्रेस जनता पार्टी'

तृणमूल कांग्रेस की ओर से गुरुवार देर रात ट्वीट कर भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा. पार्टी की ओर से किए गए ट्वीट में कांग्रेस और भाजपा के चुनावी चिन्ह को मिलाकर बनाई गई एक तस्वीर को शेयर किया गया है.

टीएमसी की ओर से किए गए ट्वीट में लगाया गया फोटो. टीएमसी की ओर से किए गए ट्वीट में लगाया गया फोटो.
aajtak.in
  • पणजी,
  • 17 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 11:12 AM IST
  • गोवा में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं
  • टीएमसी ने गुरुवार देर रात ट्वीट कर भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा

तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने गोवा कांग्रेस और भाजपा पर एक साथ हमला बोला है. टीएमसी ने दोनों पार्टियों के नाम को जोड़कर इसे कांग्रेस जनता पार्टी करार दिया है और कहा है कि कांग्रेस जनता पार्टी के गठजोड़ ने गोवा के लोगों को काफी आहत किया है, गोवा के लोगों ने इनकी विदाई करनी शुरू कर दी है. दरअसल, गोवा में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. यहां भाजपा के मुख्यमंत्री प्रमोद सांवत की सरकार है.

Advertisement

तृणमूल कांग्रेस की ओर से गुरुवार देर रात ट्वीट कर भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा. पार्टी की ओर से किए गए ट्वीट में कांग्रेस और भाजपा के चुनावी चिन्ह को मिलाकर बनाई गई एक तस्वीर को शेयर किया गया है. लिखा है कि अंतर करने में बहुत कम समय बचा है. 

तीन दिन पहले भी गोवा में ममता ने बीजेपी पर साधा था निशाना

14 दिसंबर को गोवा पहुंचीं पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर हमला बोला था. ममता ने कहा कि चुनाव के समय वे हिंदू-मुसलमान करते हैं और गंगा में डुबकी लगाते हैं. चुनाव के बाद शवों को गंगा में फेंक दिया जाता है और वे गंगा को भूल जाते हैं. फिर उन्हें गंगा की याद नहीं आती. उन्होंने अपनी पार्टी के नाम को एक नई संज्ञा देते हुए कहा कि टीएमसी का मतलब टेंपल (Temple), मॉस्क (Mosque), चर्च (Church) यानी मंदिर, मस्जिद और चर्च हैं. ममता ने कहा कि टीएमसी अब बीजेपी का विकल्प है.  

Advertisement

दरअसल, ममता बनर्जी बंगाल विधानसभा चुनाव से ही धार्मिक एकता की राजनीति पर जोर दे रही हैं. बंगाल चुनाव प्रचार के दौरान भी ममता ने बार-बार खुद को और पार्टी को धर्मनिरपेक्ष साबित करने की कोशिश की. इसके लिए ममता को संतुलन बनाने की जरूरत थी तो ममता ने नंदीग्राम में मंदिर मंदिर देवी देवताओं की पूजा की. इससे पहले तक ममता और टीएमसी पर मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगता रहा है. यही वजह थी कि ममता नंदीग्राम चुनाव के दौरान किसी मस्जिद में नहीं गईं, जबकि नंदीग्राम का कोई मंदिर ऐसा ना छोड़ा जहां उन्होंने पूजा और दर्शन ना किए हों.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement