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शराबबंदी वाले गुजरात में एक हफ्ते में पुलिस ने 50 लाख की शराब पकड़ी, सियासी गलियारे में हंगामा

बनासकांठा पुलिस ने इस शराब को तब बरामद किया था, जब पड़ोसी राज्य राजस्थान से शराब का बड़ा जत्था चुनाव से पहले गुजरात में घुसाया जा रहा था. ट्रक में सामान की आड़ में शराब के एक बड़े कंसाइनमेंट को गुजरात लाया जा रहा था.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
नंदलाल शर्मा
  • अहमदाबाद ,
  • 05 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 5:21 PM IST

गुजरात के अलग-अलग जिलों से पुलिस ने पिछले एक हफ्ते में छापेमारी करके 50 लाख रुपये से भी ज्यादा कि शराब बरामद की है. चुनावी मौसम में बड़े पैमाने पर पकड़ी गई शराब ने सियासी गलियारे में हलचल पैदा कर दी है. एक वक्त शराब के खिलाफ आंदोलन चलाने वाले और मौजूदा कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर का आरोप है कि इस शराब को चुनाव में वोट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला था.

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शराबबंदी वाले गुजरात में बड़े पैमाने पर पकड़ी गई विदेशी शराब पुलिस ने एक हफ्ते में चेकिंग के दौरान पकड़ी है. जानकार मानते हैं कि पकड़ी गई शराब चुनावी मौसम में अवैध तरीके से गुजरात लाई गई शराब का महज चंद प्रतिशत है.

बनासकांठा पुलिस ने इस शराब को तब बरामद किया था, जब पड़ोसी राज्य राजस्थान से शराब का बड़ा जत्था चुनाव से पहले गुजरात में घुसाया जा रहा था. ट्रक में सामान की आड़ में शराब के एक बड़े कंसाइनमेंट को गुजरात लाया जा रहा था.

पालनपुर ग्रामीण के पुलिस इंस्पेक्टर के. वाई. पटेल ने बताया कि चुनाव की वजह से चेकिंग के चलते पुलिस को तब शक हुआ, जब कई किलोमीटर तक पुलिस ने एक बाइक को ट्रक को एस्कॉर्ट करते हुए देखा. शक होने पर पुलिस ने ट्रक को चेक किया, तो बड़े पैमाने पर अवैध शराब बरामद हुई. पकड़ी गई शराब की कीमत 35 लाख रुपये बताई जा रही है.

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इससे पहले पुलिस ने जामखंभालिया से ट्रक भर तकरीबन एक करोड़ रुपयों की शराब बरामद की थी, वही राजकोट में भी पुलिस ने बड़े पैमाने पर शराब लेकर आ रही ट्रक को पकड़ा. पुलिस ने इस ट्रक से एक लाख रुपये की बीयर के केन जबकि 10 लाख रुपयों की अलग-अलग ब्रांड की शराब बरामद की है.  

राजकोट पुलिस ने ट्रक से तकरीबन 9,456 बोतल विदेशी शराब जबकि 846 बीयर के केन बरामद किये. पुलिस के मुताबिक ये सारी शराब चुनाव के चलते हो रही चेकिंग के दौरान पकड़ी गई. चुनाव से पहले करोड़ों रुपयों की अवैध शराब के पकड़े जाने को लेकर अब राजनीति गरमा गई है.

गांधी के गुजरात में जहां शराब पर पाबंदी है, वहीं एक ही हफ्ते में इतने बड़े पैमाने पर शराब कौन और क्यूं ला रहा है. ये सबसे बड़ा सवाल है. शराबबंदी के आंदोलन के जरिए राजनीति में आने वाले अल्पेश ठाकोर का आरोप है कि सरकार और पुलिस मिलीभगत से ही गुजरात में शराब बड़े पैमाने लाई जाती है. ठाकोर का कहना है कि चुनाव में इसके इस्तेमाल की खातिर इकट्ठा किया जा रहा है.

इतनी बड़ी तादाद में गुजरात से शराब पकड़े जाने को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि माना यही जा रहा है कि बड़ी तादाद में शराब पहले ही गुजरात आ चुकी है, ये कुछ प्रतिशत है जो पकड़ी गई है.

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