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गुजरात : BJP प्रत्याशी के दबंग बोल- ‘पुलिस अफसर बिना इजाजत गांव में घुसे तो बेल्ट उतार ली जाएगी’

जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट से किरीट पटेल अपनी जीत को लेकर इतने आश्वस्त दिखे कि यहां तक कह डाला कि पुलिस अधिकारियों को बिना विधायक की इजाजत गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा. बिना पूछे आए तो बेल्ट भी उतार ली जाएगी.

मंच से धमकी देते बीजेपी कैंडिडेट मंच से धमकी देते बीजेपी कैंडिडेट
गोपी घांघर/दिनेश अग्रहरि/खुशदीप सहगल
  • नई दिल्ली,
  • 22 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 6:14 PM IST

गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन भरने का मंगलवार को आखिरी दिन था. जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट से किरीट पटेल ने बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा. समर्थकों के बीच किरीट पटेल इतने जोश में आ गए कि भरे मंच से पुलिस अधिकारियों को ही हड़का दिया.

पटेल अपनी जीत को लेकर इतने आश्वस्त दिखे कि यहां तक कह डाला कि पुलिस अधिकारियों को बिना विधायक की इजाजत गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा. बिना पूछे आए तो बेल्ट भी उतार ली जाएगी.

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बता दें कि नामांकन भरने की आखिरी तारीख से एक दिन पहले ही बीजेपी उम्मीदवारों की जो लिस्ट घोषित हुई, उसमें किरीट पटेल को विसावदर विधानसभा सीट से पार्टी टिकट मिलने की पुष्टि हुई. किरीट जूनागढ़ जिले के बीजेपी प्रमुख भी हैं.  

नेताजी ने नामांकन भरने के बाद जोश में आकर कहा, ‘हम पुलिस अधिकारियों को भी कहेंगे कि बिना पूछे किसी गांव में नहीं जाएंगे. वरना उन्हें तकलीफ होगी और उनकी बेल्ट को भी तकलीफ होगी. ये कान खोल कर सुन लें. हम चार बोर्ड लगाएंगे कि कानून और व्यवस्था की शुरुआत बीजेपी के विधायक को पूछ कर की जाए.’  

जब किरीट से उनके बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसमें गलत कुछ भी नहीं है. किरीट के मुताबिक विसावदर के मौजूदा कांग्रेस विधायक के प्रभाव में आकर जो अधिकारी किसानों और युवकों को गुमराह करते हैं, उन्हें चेतावनी दी गई है. 18 दिसंबर को जब नतीजे आएंगे और बीजेपी को भारी समर्थन मिलेगा. उसके बाद ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के लिए यही सही रहेगा कि वो खुद ही ताल्लुका से बाहर चले जाएं, नहीं तो उन्हें हटा दिया जाएगा.  

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 बता दें कि विसावदर सीट से अभी कांग्रेस के हर्षदकुमार रिबादिया विधायक हैं. उन्होंने 2014 में इस विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी के भरतभाई पटेल को हराया था. 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल ने जीत हासिल की थी. बाद में केशुभाई पटेल ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया था जिसकी वजह से यहां 2014 में उपचुनाव कराया गया.

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