Advertisement

मोदी के गुजरात मॉडल के सामने हर मुद्दा बौना, एग्जिट पोल ने निकाली सबकी हवा!

एग्जिट पोल के नतीजों को अगर सही मान लें तो फिर कांग्रेस ही नहीं बल्कि तमाम राजनीतिक दलों को सोचना होगा कि चुनाव जीतने के लिये लड़े जाते हैं ना कि हारकर लोकतंत्र का नारा बुलंद करने के लिये. 2019 के लिये राहुल गांधी किस तैयारी से अब खुद को तैयार करेंगे, सबकी नजरें अब इसी पर होंगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
राहुल विश्वकर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 15 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 10:22 AM IST

एग्जिट पोल ने एक बार फिर से ये दिखा दिया कि मोदी के गुजरात मॉडल के सामने हर मुद्दा बौना है. गुजरात चुनाव से पहले ध्रुव तारे की तरह चमके हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवानी भी इतिहास की बात होते दिख रहे. ऐसे में सवाल है कि क्या पाटीदारों के सवाल मोदी के विकास फार्मूले के सामने थम गये? दलितों का गुस्सा कोई असर नहीं दिखा पाया? किसानों की मुश्किलें वाइब्रेंट गुजरात के कारपेट तले दब गई?

Advertisement

यानि हर वह सवाल जो गुजरात चुनाव के दौर में राजनीतिक मंचों से गूंजता रहा, जिसने कांग्रेस को ऑक्सीजन दिया, सड़क पर रैलियों के जरिए राजनीतिक हंगामा किया, वह सब एग्जिट पोल के तले दब गया. या फिर 22 बरस की बीजेपी की सत्ता के दौर में सीएम से पीएम बने मोदी का जादू 31 रैलियों के जरिए कुछ इस तरह चढ़ता चला गया कि गुजरात के वोटरों को और कुछ दिखाई ही नहीं दिया. 

जाहिर है कि इन सवालों को एग्जिट पोल के नतीजों ने ही जन्म दिया है. एग्जिट पोल के नतीजों को अगर सही मान लें तो फिर कांग्रेस ही नहीं बल्कि तमाम राजनीतिक दलों को सोचना होगा कि चुनाव जीतने के लिये लड़े जाते हैं ना कि हारकर लोकतंत्र का नारा बुलंद करने के लिये. 2019 के लिये राहुल गांधी किस तैयारी से अब खुद को तैयार करेंगे, सबकी नजरें अब इसी पर होंगी.

Advertisement

एग्जिट पोल में एक खास बात यह भी है कि इस बार 2012 और 2014 की तुलना में बीजेपी के वोट कम नजर आ रहे हैं. वहीं कांग्रेस के वोट में 5 फीसदी की बढ़ोत्तरी तो बीजेपी के वोट में 5 फीसदी की कमी नजर आ रही है. ऐसे में क्या गुजरात में बीजेपी कांग्रेस के बीच का अंतर ही इतना बड़ा है कि कांग्रेस की कुछ कमाई भी ‘हाथ’ को खाली रखे हुए है और बीजेपी के वर्चस्व में आती कमी भी उसे चुनावी जीत दिला ही दे रही है. आखिरी सच ये भी है कि ये एग्जिट पोल के नतीजे हैं. इसलिए 18 दिसबंर का इंतजार करना होगा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement