
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के आक्रामक तेवर के आगे युवा 'लड़कों' का जोश भी काम न आया. मार्च में बीजेपी ने यूपी में 2 'लड़कों' को हराया था और अब गुजरात में 4 'लड़कों' को हरा दिया.
इस बीच गुजरात परिणाम के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तंज कसा था कि यूपी में 2 लड़के हारे तो गुजरात में 4 लड़के हारे. उनकी इस चुटकी के बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस सवाल के जवाब में कहा कि गुजरात में 4 नहीं 5 लड़के हारे हैं. पांचवें लड़के का जिक्र वह खुद के बारे में कर रहे थे. उनके इस बयान के बाद उम्मीद लगाई जा रही है कि वह भविष्य में फिर से कांग्रेस के साथ आ सकते हैं.
नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भगवा पार्टी देश में लगातार चुनाव जीत रही है और उसके विजयी रथ को रोकने के लिए कांग्रेस ने गुजरात में 3 विद्रोही लड़कों का सहारा लिया. इनके सहारे चुनाव में खूब जोर-आजमाइश भी की, लेकिन यूपी की तरह यहां भी यह दांव नाकाम रहा.
चुनाव के दौरान राहुल गांधी कांग्रेस के उपाध्यक्ष से अध्यक्ष बन गए और जमकर प्रचार भी किया. उन्होंने कई दिनों तक बीजेपी की नींद उड़ाने वाले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर की तिकड़ी के सहारे चुनावी वैतरणी पार कराने का सहारा लिया. लेकिन परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा.
चुनाव से पहले पटेल समुदाय को आरक्षण देने की मांगकर राज्यभर में बड़े नेता के रूप में उभरे हार्दिक चुनाव लड़ने नहीं उतरे लेकिन उन्होंने जमकर प्रचार किया. जबकि दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने बनासकांठा जिले की वडगाम सीट से अपनी उम्मीदवारी पेश की. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के विजय कुमार चक्रवर्ती को लगातार चुनौती दी और करीब 20 हजार मतों के अंतर से हरा दिया.
वहीं कांग्रेस के टिकट पर ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर ने राधनपुर में किस्मत आजमाई और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को हरा दिया लेकिन राज्य में पार्टी को बहुमत नहीं दिला पाए.
दूसरी ओर, गुजरात में आए परिणाम के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "गुजरात में यह विकास की जीत है, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की जीत है". उन्होंने विपक्षी दलों को अगले आम चुनाव से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा, "गुजरात के जो नतीजे आए हैं, इसके बाद अब विपक्ष को 2019 के आम चुनाव को भूल जाना चाहिए और आगे की तैयारी करनी चाहिए."
उन्होंने कांग्रेस के नए अध्यक्ष राहुल गांधी और हार्दिक पटेल पर तंज करते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश के चुनावों में तो 2 युवा चुनाव लड़े थे और दोनों हारे गए, लेकिन गुजरात में चार युवा चुनाव हारे हैं."
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने राहुल का बचाव करते हुए कहा, गुजरात में 5 लड़के हारे हैं. और हार से ही कई सबक मिलते हैं. हम इससे सबक लेंगे. यूपी चुनाव में इस साल की शुरुआत में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने एक साथ चुनाव लड़ा था, लेकिन हार के बाद दोनों अलग हो गए. गुजरात परिणाम के बाद हो सकता है कि ये दल फिर से मिल जाएं.