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गुजरात चुनाव: IB की रिपोर्ट के बाद 'मैच फिक्सिंग' के लिए BJP-कांग्रेस ने हाथ मिलाया, सूरत में गरजे राघव चड्ढा

AAP सांसद राघव चड्ढा ने सूरत में कहा कि गुजरातियों ने जिस तरह भारत से ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंका, वैसे ही वे अब भाजपा को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार हैं. चड्ढा ने कहा, "यह किसी चमत्कार से कम नहीं है" 'डायमंड सिटी' सूरत के लोगों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, "मैं धन्य हूं कि मुझे आपकी शिकायतें सुनने और आप सभी के साथ अपने विचार साझा करने का मौका मिला.

सूरत में AAP सांसद राघव चड्ढा की रैली (फोटो- आजतक) सूरत में AAP सांसद राघव चड्ढा की रैली (फोटो- आजतक)
aajtak.in
  • सूरत ,
  • 04 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 3:21 PM IST

आम आदमी पार्टी गुजरात के सह प्रभारी और सांसद राघव चड्ढा ने दावा किया है कि उनकी पार्टी भारी बहुमत से गुजरात विधानसभा चुनाव जीतने जा रही है. उन्होंने कहा कि वह गुजरात में जहां भी जा रहे हैं, लोग 'परिवर्तन' की ही बात कर रहे हैं. गुजरात पहुंचे चड्ढा ने सूरत में एक हीरा कारखाने का दौरा किया और कई श्रमिकों के साथ उनकी समस्याओं के बारे में विस्तृत चर्चा की.

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सोमवार को सूरत में राघव चड्ढा ने सरदार बल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और एक जनसभा को संबोधित किया. जनसभा को संबोधित करते हुए चड्ढा ने कहा कि इस अभियान के दौरान, वह राज्य के विभिन्न कस्बों और गांवों का दौरा कर चुके हैं और हर जगह उन्होंने लोगों को यह कहते सुना है कि उन्हें केवल तीन चीजें चाहिए- 'परिवर्तन परिवर्तन और परिवर्तन'.  

उन्होंने कहा कि AAP आम लोगों की पार्टी है. पहले गुजरात के लोगों के पास कोई विकल्प नहीं था. गुजरात में पिछले 27 साल से भ्रष्ट भाजपा सरकार से लोग तंग आ चुके हैं. लेकिन अब, उन्हें एक अच्छा और ईमानदार विकल्प मिल गया है. लोग चाहते हैं कि राज्य में ठीक उसी तरह अच्छा काम हो जैसे दिल्ली और पंजाब में हुआ है.   

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उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि 2015 में AAP की सरकार बनने से पहले दिल्ली में मतदाता के पास कोई विकल्प नही था, इसलिए वे 15 साल तक कांग्रेस और भाजपा को बारी-बारी से चुनने को मजबूर थे. कहा जाता था कि दिल्ली में कांग्रेस के अलावा कोई और पार्टी सरकार नहीं बना सकती. लेकिन जब से AAP की सरकार बनी है, दिल्ली ने किसी और पार्टी की तरफ नहीं देखा. इसी तरह पंजाब में लोगों ने अकाली और कांग्रेस की बारी-बारी की सरकारों के 50 साल के शासन से खुद को मुक्त कर लिया है.

AAP सांसद ने कहा, "अगर पंजाबी और दिल्लीवासी सही राजनीति का रास्ता दिखा सकते हैं, तो गुजराती कैसे पीछे रह सकते हैं?" उन्होंने कहा कि जब भी देश खतरे में था, गुजरात अत्याचार के खिलाफ लड़ने में सबसे आगे रहा है. 

गुजरातियों ने जिस तरह भारत से ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंका, वैसे ही वे अब भाजपा को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार हैं. चड्ढा ने कहा, "यह किसी चमत्कार से कम नहीं है" 'डायमंड सिटी' सूरत के लोगों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, "मैं धन्य हूं कि मुझे आपकी शिकायतें सुनने और आप सभी के साथ अपने विचार साझा करने का मौका मिला. आप सभी एक हीरा हैं जो अपने-अपने क्षेत्र में कड़ी मेहनत कर रहे हैं. मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि हम गुजरात में सुधार के लिए लगन से काम करेंगे."

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उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस पर आगामी विधानसभा चुनाव में AAP को हराने के लिए हाथ मिलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा आप की बढ़ती लोकप्रियता और आईबी की इस रिपोर्ट के बाद इतनी डर हुई है कि उन्होंने एक इमारत को बुलडोजर से उड़ा दिया जहां अरविंद केजरीवाल को एक बैठक में शामिल होना था. गुजरात जैसे शांतिपूर्ण राज्य में भाजपा द्वारा की जा रही नफरत और बदले की राजनीति को लोग कभी स्वीकार नही करेंगे.

सांसद ने कहा कि इंटेलिजेंस ब्यूरो की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर अभी चुनाव हुए तो AAP के जीतने की सबसे अधिक संभावना है. इसलिए "भाजपा और कांग्रेस ने एक-दूसरे के साथ गुप्त बैठकें करना शुरू कर दिया है ताकि हमारी गतिविधियों को रोका जा सके. भाजपा अब कांग्रेस को अपना आधार मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रही है ताकि भाजपा विरोधी वोट विभाजित हो जाएं और आप गुजरात में सरकार न बना पाए.

सांसद राघव ने कहा कि भाजपा आजकल कांग्रेस की नहीं, केवल  AAP की आलोचना करती है. वे AAP से उतने डरे हुए नहीं हैं, जितने गुजरात के लोगों से हैं, क्योंकि एक बार जब आम आदमी उठ खड़ा होता है, तो लोकतंत्र में शक्तिशाली शासकों को गिराया जा सकता है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कांग्रेस को वोट देकर अपना वोट बर्बाद न करें, क्योंकि इससे आप को ही नुकसान होगा और बीजेपी को अपनी रणनीति में कामयाबी मिलेगी. 

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उन्होंने 'मुफ्त रेवड़ी' के मुद्दे पर भी भाजपा पर हमला बोला और कहा कि एक तरफ तो वे कहते हैं कि मुफ्त में कुछ नहीं मिलना चाहिए, दूसरी तरफ वे गुजरात चुनाव से पहले मुफ्त राशन बांट रहे हैं. आज भारत में 'रेवड़ी' के दो मॉडल हैं. पहला भाजपा का है जिसमें वह अपने कॉरपोरेट मित्रों के लाखों करोड़ रुपये के कर्ज माफ करती है. वे अपने विधायकों और सांसदों को लाखों की मुफ्त बिजली देते हैं, लेकिन उसे गरीबों को मुफ्त शिक्षा देने में समस्या है. दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल की रेवड़ी, जो गरीबों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा और विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान कर रही है. भाजपा एक गरीब विरोधी पार्टी है. इसलिए अब चुनने का समय है कि आपको कौन सी रेवड़ी चाहिए. 


 

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