
गुजरात में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं जिस वजह से वहां राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है. सभी पार्टियों ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. ऐसे में आज हम आपको अहमदाबाद के विरमगांव सीट का चुनावी समीकरण बताएंगे, जहां इस बार हाइवोल्टेज ड्रामा दिखने को मिल सकता है.
अहमदाबाद जिले के विरमगांव सीट पर ना सिर्फ बीजेपी-कांग्रेस के बीच लडाई है, बल्कि दोनों ही पार्टी की अंदरुनी गुटबाजी भी अपनी चरम सीमा पर है. इस बार विरमगांव सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती हैं.
वहीं कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले हार्दिक पटेल भी विरमगांव से हैं और पाला बदलने के बाद वो लगातार इस सीट पर अलग-अलग कार्यक्रम कर रहे हैं, चाहे खुद का जन्मदिन हो या फिर लोगों के बीच जनसंपर्क करना हो वह लगातार सक्रिय हैं.
इसी सीट पर 2017 में कांग्रेस की एमएलए रहीं तेजश्री बेन ने बीजेपी ज्वाइन करने के बाद चुनाव लड़ा था तो उन्हें लोगों ने गद्दार कहते हुए वोट नहीं दिए थे और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
वहीं 2017 में पाटीदार आंदोलन और हार्दिक पटेल इस इलाके से होने की वजह से यहां पर काफी सक्रिय थे और कांग्रेस के लाखा भरवाड इस सीट से चुनाव जीते थे. इस सीट की बात की जाएं तो यहां 1962 से चुनाव लड़ा जा रहा है. इस सीट पर ज्यादातर चुनाव में कांग्रेस का दबदबा रहा है.
2012 में भी कांग्रेस यहां से चुनाव जीती थी लेकिन हिन्दुत्व की लहर जब चल रही थी, तब 2002 के दंगों के बाद इस सीट पर बीजेपी को जीत हासिल हुई थी. हालांकि 2007 में भी बीजेपी जीत बरकरार रखने में कामयाब रही थी और आंनदीबेन पटेल के खास कमा राठोड यहां से चुनाव जीते थे, लेकिन 2012 में कांग्रेस की डॉ. तेजश्री बेन ने बीजेपी को शिकस्त दी थी.
विरमगांव में कितनी है मतदाताओं की संख्या
अहमदाबाद का विरमगांव ऐसा तहसील है जो उत्तर गुजरात, सौराष्ट्र और मध्य गुजरात को जोड़ता है. 2017 में विधानसभा चुनाव में यहां कुल 271052 मतदाता थे जिसमें 140844 पुरुष मतदाता और 130202 महिला मतदाता हैं. 2017 के चुनाव में लाखाभाई भरवाड को 76178 वोट मिले थे, जब की तेज श्रीबेन को 69630 वोट मिले थे.
बीजेपी में गुटबाजी
कांग्रेस के वर्चस्व वाली इस सीट पर पर इस बार हार्दिक पटेल के बीजेपी में जुड़ने की वजह से उम्मीदवार को लेकर अभी से बीजेपी में आंतरिक गुटबाजी देखने को मिल रही है.
माना जा रहा है कि हार्दिक पटेल कांग्रेस में थे तब वो कांग्रेस से इस सीट से चुनाव लड़ सकते थे लेकिन अब बीजेपी में आ जाने की वजह से वो बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं.
वहीं आम आदमी पार्टी की एंट्री की वजह से ये सीट भी काफी दिलचस्प हो गई है. हार्दिक पटेल का होम टाउन होने की वजह से इस सीट पर चर्चा चल रही है कि इस बार का जंग आप, बीजेपी और कांग्रेस के बीच होगी.
ऐसे में बीजेपी इस बार किसे टिकट देती है उस पर हर किसी की निगाह टिकी हुई है. क्या बीजेपी हार्दिक पटेल को टिकट ना देकर उन्हें पूरी तरह साइड लाइन कर देगी यह भी चर्चा है.