
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद हार्दिक पटेल पहली बार मीडिया के सामने आए. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी और कांग्रेस पर निशाना साधा. गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सबसे बड़ी जातिवादी पार्टी है. इस दौरान बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर हार्दिक पटेल ने कहा, अभी तक इसे लेकर कोई फैसला नहीं किया.
उन्होंने कहा, यहां कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सिर्फ पेपर पर दी जाती है. हार्दिक पटेल ने कहा, मैं दो साल तक गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष रहा, लेकिन मुझे कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई.
हार्दिक पटेल ने कहा, राहुल गांधी जब भी गुजरात आते हैं, वे राज्य के एक भी मुद्दे पर बात नहीं करती. राहुल गांधी जब यहां आते हैं, तब कांग्रेस के नेता ये चर्चा करते हैं कि, कौन सा चिकन सैंडविच देना है या कौन सी डाइट कोक देनी है. बस इसकी चर्चा होती है. उन्होंने कहा, कांग्रेस में जातिवादी राजनीति के अलावा कुछ नहीं होता.
कांग्रेस फायदे के लिए लोगों को इस्तेमाल करती है- हार्दिक
उन्होंने कहा, कांग्रेस सिर्फ अपने फायदे के लिए लोगों का इस्तेमाल करती है. जब कोई पार्टी का व्यक्ति आवाज उठाता है, तो उसके ऊपर आरोप लगाना शुरू कर दिए जाते हैं. उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्य है कि गुजरात कांग्रेस दलित, आदिवासियों और पाटीदार किसी को सम्मान नहीं देती है.
'नेता कांग्रेस छोड़कर जा रहे, यह चिंता का विषय'
हार्दिक ने कहा, अगर लोग कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं, तो यह चिंता का विषय है. उन्होंने कहा, कांग्रेस के लोग पार्टी छोड़ने वाले नेता को गद्दार कहते हैं. लेकिन अगर एक व्यक्ति कांग्रेस छोड़े तो सामान्य है. लेकिन इतने लोग पार्टी छोड़ रहे हैं. ये बड़ा सवाल है.
'चिंतन शिविर में अहम मुद्दों पर चर्चा नहीं'
हार्दिक ने कहा, उदयपुर में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर में किसी अहम मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई. यहां सिर्फ राहुल गांधी को चिकन सैंडविच देने पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा, कांग्रेस के लोग नरेश पटेल के पास गए सिर्फ 12 मिनट की यह मीटिंग हुई. इतनी देर में क्या बात हुई होगी?
उन्होंने कहा, कल रघु शर्मा ने कहा, पाटीदार आंदोलन से हमें कोई फायदा नहीं हुआ. मुझे लगता है कि वे गुजरात के लिए नए हैं और उन्होंने जमीनी हकीकत नहीं पता. 1990 के बाद पहली बार 2017 में कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें मिलीं.