
गुजरात विधानसभा का रण तैयार हो चुका है. सभी दल अपने दावे और वादों के साथ जनता के बीच जा रहे हैं. जनता किसे आशीर्वाद देगी ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. इस बीच आज हम आपको बताने जा रहे हैं गुजरात की धोराजी विधानसभा सीट के बारे में. धोराजी विधानसभा सीट सौराष्ट्र क्षेत्र में राजकोट जिले में आती है. इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है.
मतदाता समीकरण
इस सीट पर मतदाताओं की संख्या 2 लाख 50 हजार 287 है. इसमें 1 लाख 31 हजार 106 पुरुष और 1 लाख 19 हजार 181 महिला मतदाता हैं. बात अगर जातिगत समीकरण की करें तो यहां लेउवा पाटीदार, कड़वा पाटीदार, अहीर, क्षत्रिय, मालधारी, ब्राह्मण, दलित और लधुमती समुदाय प्रमुख हैं. जहां लेउवा पटेल 25 प्रतिशत, दलित 5 प्रतिशत, लधुमती 18 प्रतिशत, कदवा पटेल 23 प्रतिशत, अहीर 8 प्रतिशत, क्षत्रिय 5 प्रतिशत और अन्य 16 प्रतिशत मतदाता हैं. इस लिहाज से कहा जाता है कि इस सीट पर पाटीदारों का खासा प्रभाव है.
सियासी समीकरण
इस सीट पर कांग्रेस को बीजेपी के साथ ही आम आदमी पार्टी से लड़ना है. सियासी गलियारों में चर्चा ये भी है कि आम आदमी पार्टी काफी हद तक कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगा सकती है. इसको देखते हुए यहां सियासी मुकाबला काफी दिलचस्प देखने को मिल सकता है. इस विधानसभा सीट पर साल 1962 में पहली बार चुनाव हुए थे. सीट पर 1961 से 1980 तक कांग्रेस फिर 1990 से 2009 तक भारतीय जनता पार्टी का शासन रहा. हालांकि, साल 2009 में यहां उपचुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस ने जीत दर्ज की.
सियासी मुद्दा और स्थानीय समस्याएं
इस क्षेत्र में पाटीदार आरक्षण के मुद्दे के साथ-साथ ही किसानों के मुद्दे, कपास और मूंगफली पोषण की कीमतों में कटौती के मुद्दे सबसे अहम माने जा रहे हैं.