
गुजरात विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य की हर सीट पर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं राज्य की सनखेडा विधानसभा सीट के सियासी समीकरण के साथ ही कई महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में.
सनखेडा ओरसंग नदी और उच्च नदी के तट पर स्थित है. जोकि छोटाउदेपुर से 55 किमी दूर स्थित है. इस विधानसभा क्षेत्र में आदिवासी समुदाय का वर्चस्व है. यहां किसी भी पार्टी की हार में इस जाति के वोटरों का सबसे बड़ा योगदान माना जाता है. वर्तमान में आदिवासी बहुल सीट बीजेपी के हाथ में है. साल 2017 में सनखेडा में बीजेपी के अभेसिंह मोतीभाई तडवी ने 13 हजार वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी.
सनखेड़ा के लोगों ने 1995 से हर 5 से 10 साल में सत्ता बदली है. पिछले दो कार्यकाल के नतीजों पर नजर डालें तो साल 2012 में सनखेड़ा सीट पर कांग्रेस के धीरूभाई भील को 80 हजार 579 वोट मिले थे. जबकि बीजेपी के अभेसिंह तड़वी को 79 हजार 127 वोट मिले थे यानि अभीसिंह को सिर्फ 1452 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था.
बात अगर इस विधानसभा सीट की समस्याओं की करें तो सनखेड़ा लोगों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार का है. इस क्षेत्र में एक भी जीआईडीसी नहीं है. सनखेड़ा से लोगों को रोजगार के लिए सूरत, अहमदाबाद जैसे शहर जाना पड़ता है. इसके साथ ही यहां के किसानों को सिंचाई के लिए पानी की समस्या का भी सामना करना पड़ता है.