
आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों में मेहसाणा जिले के बहुचराजी सीट काफी अहम मानी जा रही है. इसके कई कारण है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं इस सीट के समीकरण और कई अहम बातें भी.
मेहसाणा से लगभग 35 किमी दूर बहुचराजी तालुका में विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर है. धार्मिक, भौगोलिक के साथ ही इस क्षेत्र का राजनीतिक महत्व भी बहुत अधिक है. इसे गरीब किसानों, सभी समुदायों और जातियों के मध्यम वर्ग के लोगों की आबादी वाला सर्वहारा तालुका माना जाता है. यहां लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि और पशुपालन है. इस तालुका में 44 गांवों हैं जिनमें 48 झीलें हैं.
इस सीट की बात करें तो पटेल और ठाकोर के वोट किसी भी उम्मीदवार के लिए निर्णायक साबित हो सकते हैं. यहां पाटीदार 27.0 फीसदी, ठाकोर 24.0 फीसदी, क्षत्रिय 16.0 फीसदी, रबारी 5.0 फीसदी, चौधरी 7.0 फीसदी, एस.सी. 12.0 प्रतिशत और ओबीसी 9.0 प्रतिशत मतदाता हैं. यह सीट साल 2012 में पाटण के चाणस्मा विधानसभा क्षेत्र के बंटवारे के बाद अस्तित्व में आई थी. बीजेपी का भगवा लहराने वाले रजनीकांत पटेल यहां पहले विधायक बने थे. हालांकि 2017 में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था.
लोगों का कहना है कि विधानसभा क्षेत्र में कृषि और पशुपालन की प्राथमिकता के बावजूद सिंचाई का पानी पर्याप्त नहीं मिल पाता है. जिसके लिए मांग उठती रहती है. क्षेत्र में उद्योगों धंधे होने के बावजूद पर्याप्त रूप से विकास नहीं हुआ है. इस सीट पर शिक्षा की गुणवत्ता, स्वास्थ्य की गुणवत्ता जैसे सवाल भी उठते रहे हैं.