
गुजरात के सियासी रण में नर्मदा जिले की डेडीयापाडा विधानसभा सीट का कई मायनों में खास है. यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से भारतीय ट्राइबल पार्टी के महेशभाई वसावा जीते थे. महेशभाई वसावा ने भारतीय जनता पार्टी(BJP) के मोतीलाल वसावा को हराया था.
मतदाता समीकरण
इस विधानसभा सीट पर 1 लाख 93 हजार 550 मतदाता हैं. इसमें ज्यादातर मतदार अनुसूचित जनजाति के हैं. आदिवासी इलाका होने की वजह से यहां हार और जीत का निर्णय आदिवासी मतदाता ही करते हैं.
सीट के सियासी समीकरण
कहा जाता है कि इस सीट पर मतदाता बीटीपी के छोटू वसावा और उनके परिवार को लोग खास महत्व देते हैं. इस वजह से यहां बीटीपी का वर्चस्व है. साल 2012 के चुनाव में बीजेपी यहां जीती थी लेकिन 2017 में वापस बीटीपी जो पहले जेडीयू थी, उसने यह सीट हासिल कर ली. इस बार आम आदमी पार्टी के केजरीवाल भी इस सीट के काफी दौरे कर चुके हैं. वहीं बीजेपी इस इलाके में विकास के नाम पर जनता के बीच जा रही है. उधर, बीटीपी अपने मुद्दों को लेकर लोगों के बीच जा रही है. इसमें आदिवासियों को उनके हक दिलाना, अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दे शामिल हैं. पिछली बार बीटीपी से गठबंधन के चलते इस सीट पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा किया था.
पिछले चुनाव का परिणाम
बीटीपी: महेश वसावा को 83 हजार 26 वोट मिले
बीजेपी: मोतीलाल वसावा को 61 हजार 275 वोट मिले